क्या पीएम मोदी हमेशा से शांति और संवाद के समर्थक रहे हैं? : पीयूष गोयल

सारांश
Key Takeaways
- भारत हमेशा से विश्व शांति के पक्ष में खड़ा रहा है।
- पीएम मोदी ने शांति और संवाद का समर्थन किया है।
- योग तनाव से राहत और खुशहाली का साधन है।
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर वैश्विक संदेश दिया गया।
- योग सामूहिक स्वास्थ्य का प्रतीक है।
मुंबई, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमले के संदर्भ में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि भारत हमेशा से विश्व शांति के समर्थन में खड़ा रहा है और आगे भी रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से शांति और संवाद के समर्थक रहे हैं।
पीयूष गोयल ने रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान इजरायल-ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर पीएम मोदी की शांति की अपील का जिक्र करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि किसी भी समस्या का समाधान युद्ध नहीं, बल्कि बातचीत और कूटनीति से होना चाहिए।”
उन्होंने रविवार को मुंबई के मलाड में 'योगा बाय द बीच' कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने बताया कि योग केवल तनाव से राहत नहीं देता, बल्कि व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में खुशहाली को भी बढ़ावा देता है। मलाड के अक्सा बीच पर लोगों ने उत्साह से भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी के योग दिवस के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वैश्विक संदेश दिया, जो बताता है कि योग के माध्यम से 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' का प्राचीन भारतीय दर्शन दुनिया भर के लोगों को बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्राप्त करने में मदद कर सकता है। योग न केवल तनाव से राहत देता है, बल्कि यह व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में खुशहाली को भी बढ़ावा देता है।"
उन्होंने कहा कि रविवार को मलाड में क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं ने अक्सा बीच पर समंदर किनारे 'योगा बाय द बीच' कार्यक्रम का आयोजन किया। लोग उत्साह से शामिल हुए, और उनके उत्साह को देखकर आनंद आया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए योग महत्वपूर्ण है।
पीयूष गोयल ने कहा, “आज पूरे विश्व में करोड़ों लोगों ने एक साथ योग किया, जो एकजुटता और सामूहिक स्वास्थ्य चेतना का प्रतीक है। योग केवल भारत की संस्कृति नहीं है, बल्कि यह वैश्विक कल्याण का माध्यम बन चुका है।”