क्या योरस्टोरी की फाउंडर श्रद्धा शर्मा को ताज होटल के अधिकारियों ने अपमानित किया?

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क्या योरस्टोरी की फाउंडर श्रद्धा शर्मा को ताज होटल के अधिकारियों ने अपमानित किया?

सारांश

योरस्टोरी की फाउंडर श्रद्धा शर्मा ने ताज होटल के अधिकारियों पर अपमानित करने का आरोप लगाया है। इस घटना ने भारतीय फाइन डाइनिंग के मानदंडों पर सवाल उठाया है। क्या यह केवल एक व्यक्ति के बैठने के तरीके पर आधारित है, या यह हमारी संस्कृति का एक बड़ा मुद्दा है?

Key Takeaways

  • ताज होटल में अपमानित होना एक गंभीर मुद्दा है।
  • फाइन डाइनिंग में बैठने के तरीके की सीमाएं होनी चाहिए।
  • संस्कृति और गरिमा का सम्मान होना चाहिए।
  • व्यक्तिगत अनुभवों का सामाजिक संदर्भ होता है।
  • सामाजिक मानकों पर चर्चा आवश्यक है।

नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। योरस्टोरी की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा ने ताज होटल के अधिकारियों पर उनके फाइन डाइनिंग रेस्टोरेंट हाउस ऑफ मिंग में पद्मासन में बैठने पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में एक वीडियो के साथ जानकारी देते हुए शर्मा ने बताया कि उनके साथ यह वाक्या तब घटा जब वे दिवाली के दौरान अपनी बहन के साथ हाउस ऑफ मिंग में डिनर करने गई थीं।

उन्होंने बताया कि वे वहां पद्मासन की मुद्रा में बैठी थीं और अचानक मैनेजर ने उन्हें उनके बैठने के तरीके को लेकर फटकार लगाई। उन्हें ठीक से बैठने की हिदायत दी गई क्योंकि वहां मौजूद दूसरे गेस्ट को शर्मा के इस तरह बैठने के तरीके से परेशानी हो रही थी।

शर्मा ने एक्स पर लिखा, "एक साधारण व्यक्ति, जो कड़ी मेहनत से अपनी कमाई करता है और अपनी गरिमा के साथ ताज होटल में आता है, उसे आज भी, इस देश में जलील और अपमानित होना पड़ता है। मेरा गलती क्या है? बस इतनी कि मैं रेगुलर पद्मासन में बैठ गई? क्या यह मेरी गलती है कि ताज मुझे सीखा रहा है कि कैसे बैठना चाहिए और क्या करना चाहिए?

इतना ही नहीं, मैनेजर ने उनके कपड़ों पारंपरिक सलवार कमीज और फुटवियर कोल्हापुरी चप्पल के चुनाव को लेकर भी उनका अपमान किया।

उन्होंने कहा कि उन्होंने कड़ी मेहनत की और पैसे कमाकर फाइन डाइनिंग में जगह ली, लेकिन होटल समृद्धि, संस्कृति और क्लास से भरा हुआ है।

मैनेजर ने उनसे कहा कि यह फाइन डाइनिंग है और यहां बहुत से अमीर लोग आते हैं। इसलिए, आपको सही तरीके से बैठना चाहिए।

मैनेजर ने उन्हें क्लोज्ड शू पहनने की हिदायत तक दे डाली।

इस पर नाराज शर्मा ने कहा, "मैं कोल्हापुरी चप्पल पहनती हूँ, वो मैंने अपनी मेहनत से खरीदी है और यहां आई हूं। लेकिन यहां आकर स्टाफ का ये कहना कि आप पैर नीचे कर बैठो पूरी तरह से गलत है।"

उन्होंने कहा कि वह उद्योगपति रतन टाटा का बहुत सम्मान करती हैं, लेकिन इस घटना ने उन्हें ताज से निराश कर दिया।

रतन टाटा को लेकर उन्होंने बताया कि वे शर्मा की कंपनी में निवेशक भी रह चुके थे।

ताज ने अभी तक इन आरोपों का जवाब नहीं दिया है, लेकिन इस पोस्ट पर शर्मा के सपोर्ट और होटल समूह की आलोचना करते हुए कई कमेंट्स आ रहे हैं।

एक एक्स हैंडल यूजर ने लिखा, "बोल देना चाहिए कि जिस गेस्ट को प्रॉब्लम हो वह आकर मिले। उससे भी ज्यादा ठीक रहता कि आप वहां से खड़े होकर बाहर निकल जाते, हम पैसा देकर जाते हैं, हम कस्टमर हैं और वो हमारा अपमान करने आएं तो क्यों सहन करना है?

वो हमसे हैं, हम उनसे नहीं। उन्हें जरूरत नहीं लगती तो हमें बाहर निकल जाना चाहिए।"

Point of View

यह आवश्यक है कि हम इस घटना को एक व्यापक दृष्टिकोण से देखें। यह केवल एक व्यक्तिगत अनुभव नहीं बल्कि समाज में वर्ग भेद और सांस्कृतिक मानकों का भी प्रदर्शन है। हमें एकजुट होकर इस विषय पर चर्चा करनी चाहिए।
NationPress
22/10/2025

Frequently Asked Questions

श्रद्धा शर्मा ने किस होटल पर आरोप लगाया?
श्रद्धा शर्मा ने ताज होटल के अधिकारियों पर आरोप लगाया है।
क्या घटना दिवाली के दौरान हुई थी?
हाँ, यह घटना दिवाली के दौरान हुई थी।
क्या श्रद्धा शर्मा को उनके कपड़ों के लिए भी अपमानित किया गया?
जी हाँ, मैनेजर ने उनके पारंपरिक कपड़ों को लेकर भी अपमान किया।
ताज होटल ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
ताज होटल ने अभी तक इन आरोपों का जवाब नहीं दिया है।
इस घटना से क्या संदेश मिलता है?
यह घटना समाज में वर्ग भेद और सांस्कृतिक मानदंडों पर विचार करने की आवश्यकता को दर्शाती है।