क्या टीसीएस का मुनाफा जून तिमाही में 6 प्रतिशत बढ़ा है?

सारांश
Key Takeaways
- टीसीएस का मुनाफा 6 प्रतिशत बढ़कर 12,760 करोड़ रुपए हुआ।
- कंपनी ने 11 रुपए का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया।
- जून तिमाही में ऑपरेशंस से आय 1.3 प्रतिशत बढ़ी।
- कंपनी ने नए सौदों में अच्छी वृद्धि दिखाई।
- कर्मचारियों की संख्या में 6,071 का इजाफा हुआ।
मुंबई, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के परिणामों की घोषणा की है। अप्रैल से जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 12,760 करोड़ रुपए हो गया है।
जून तिमाही में टीसीएस की ऑपरेशंस से आय भी सालाना आधार पर 1.3 प्रतिशत बढ़कर 63,437 करोड़ रुपए पहुँच गई है।
आईटी क्षेत्र के इस दिग्गज ने एक रुपए के फेस वैल्यू वाले शेयर पर 11 रुपए का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है।
कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, "अंतरिम डिविडेंड का भुगतान सोमवार, 4 अगस्त, 2025 को कंपनी के शेयरधारकों को किया जाएगा।"
टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के. कृतिवासन ने कहा, "वैश्विक मैक्रो-इकॉनोमिक और जियो-पॉलिटिकल अनिश्चितताओं के कारण मांग में कमी आई है। सकारात्मक पक्ष यह है कि सभी नई सेवाओं में अच्छी वृद्धि देखने को मिली है। इस तिमाही में हमने कई उत्कृष्ट सौदे संपन्न किए हैं।"
उन्होंने कहा कि कंपनी लागत अनुकूलन, वेंडर कंसोलिडेशन और एआई-आधारित बिजनेस ट्रांसफॉरमेशन के माध्यम से अपने ग्राहकों को उनकी व्यावसायिक चुनौतियों का सामना करने में मदद करने के लिए निकटता से काम कर रही है।
टीसीएस की फाइलिंग के अनुसार, परिचालन मार्जिन में तिमाही आधार पर वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ईबीआईटी मार्जिन 30 आधार अंक बढ़कर 24.5 प्रतिशत हो गया, जो चौथी तिमाही में 24.2 प्रतिशत था।
टीसीएस की कार्यकारी निदेशक-अध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी, आरती सुब्रमण्यन ने कहा, "विभिन्न उद्योगों में ग्राहक उपयोग-आधारित दृष्टिकोण से अपना ध्यान आरओआई आधारित एआई स्केलिंग की ओर स्थानांतरित कर रहे हैं। हम बुनियादी ढांचे, डेटा प्लेटफॉर्म समाधान, एआई एजेंट और बिजनेस एप्लीकेशंस सहित एआई इकोसिस्टम में निवेश कर रहे हैं।"
जून तिमाही में, कंपनी में कर्मचारियों की संख्या में 6,071 का इजाफा हुआ है। पिछले 12 महीने में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर 13.8 प्रतिशत रही है।