क्या साउथ अफ्रीका ने टेस्ट में चार सबसे छोटे लक्ष्यों का सफलतापूर्वक बचाव किया?
सारांश
Key Takeaways
- साउथ अफ्रीका ने 30 रन से जीत हासिल की।
- भारतीय टीम ने 124 रन का लक्ष्य रखा था।
- चोटिल कप्तान शुभमन गिल नहीं खेल सके।
- दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका ने 153 रन बनाए।
- इस जीत ने साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी की क्षमता को उजागर किया।
कोलकाता, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ ईडन गार्डन्स में आयोजित टेस्ट सीरीज के पहले मैच को 30 रन से जीत लिया। भारतीय टीम ने 124 रन के लक्ष्य का पीछा किया, लेकिन साउथ अफ्रीका ने मेजबान टीम की योजनाओं को ध्वस्त कर दिया। यह साउथ अफ्रीका द्वारा सफलतापूर्वक बचाए गए लक्ष्यों में से दूसरा सबसे छोटा था।
दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 1994 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 117 रन के लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव किया। इसके बाद, 1997 में पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में 146 रन के लक्ष्य को भी इस टीम ने सफलतापूर्वक बचाया। इसके अलावा, 2000 में श्रीलंका के खिलाफ कैंडी में खेले गए टेस्ट में 177 रन का लक्ष्य भी बचाया गया था।
भारत में टेस्ट मैचों में सफलतापूर्वक बचाए गए लक्ष्यों में यह दूसरा सबसे छोटा था। टीम इंडिया ने 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वानखेड़े में 107 रन का लक्ष्य बचाया था। इसके अलावा, 2024 में न्यूजीलैंड ने उसी मैदान पर भारत के खिलाफ 147 रन का लक्ष्य सफलतापूर्वक बचाया।
यह भारत के लिए लक्ष्य का पीछा करते समय दूसरा न्यूनतम स्कोर था, जिसे टीम इंडिया हासिल नहीं कर सकी। इससे पहले, 1997 में भारत को ब्रिजटाउन में वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 120 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन टीम उस मुकाबले में जीत नहीं सकी।
कोलकाता में खेले गए इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में सिर्फ 159 रन बनाए। इसके जवाब में, टीम इंडिया ने 189 रन बनाकर 30 रन की बढ़त हासिल की।
दूसरी पारी में, साउथ अफ्रीका ने कप्तान टेंबा बावुमा (नाबाद 55) की मदद से 153 रन बनाए। इससे टीम इंडिया को जीत के लिए 124 रन का लक्ष्य मिला, लेकिन टीम ने 93 के स्कोर पर अपने 9 विकेट गंवा दिए। चोटिल कप्तान शुभमन गिल इस पारी में बल्लेबाजी के लिए नहीं आ सके।