क्या 'दिल, विचार और सम्मान से खेलें,' डॉ. मनसुख मंडाविया ने चेस विश्व कप का उद्घाटन किया?

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क्या 'दिल, विचार और सम्मान से खेलें,' डॉ. मनसुख मंडाविया ने चेस विश्व कप का उद्घाटन किया?

सारांश

केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने फिडे विश्व कप 2025 का उद्घाटन किया, जिसमें 80 से अधिक देशों के 206 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। उन्होंने खिलाड़ियों से दिल, दिमाग और सम्मान के साथ खेलने की अपील की। यह चेस का वैश्विक महाकुंभ गोवा में हो रहा है, जो भारत के लिए गर्व का विषय है।

Key Takeaways

  • भारत ने 23 साल बाद चेस विश्व कप की मेज़बानी की है।
  • डॉ. मनसुख मंडाविया ने खिलाड़ियों से दिल, दिमाग और सम्मान के साथ खेलने की अपील की।
  • इस विश्व कप में 80 से अधिक देशों के 206 खिलाड़ी शामिल हैं।
  • भारत में ग्रैंड मास्टरों की संख्या बढ़कर 88 हो गई है।
  • गोवा अपनी सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है।

गोवा, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने फिडे विश्व कप 2025 का उद्घाटन किया। खेल मंत्री ने विश्व कप में भाग ले रहे विश्वभर के खिलाड़ियों से दिल, दिमाग और सम्मान के साथ खेलने की गुज़ारिश की। चेस का यह वैश्विक महाकुंभ गोवा में 30 अक्टूबर से 27 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।

इस अवसर पर डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा, "यह अवसर न केवल गोवा और भारत के लिए ऐतिहासिक है, बल्कि चेस की पूरी दुनिया के लिए गर्व का विषय है। 23 साल बाद भारत को चेस विश्व कप की मेज़बानी मिलना एक महत्वपूर्ण अवसर है। पिछली बार 2002 में हमने चेस विश्व कप का आयोजन किया था। उस समय हमारे देश में 10 ग्रैंड मास्टर थे, जबकि वर्तमान में यह संख्या 88 है और लगातार बढ़ रही है। भारत अब चेस में एक सुपरपावर बन चुका है। विश्वनाथन आनंद द्वारा स्थापित गौरवशाली परंपरा को युवा खिलाड़ी बेहतर तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं। खेल मंत्री होने के नाते मुझे यह कहते हुए गर्व है कि विश्व कप में भारत के तीन शीर्ष खिलाड़ी शामिल हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "विश्व कप में 80 से अधिक देशों के 206 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। सभी खिलाड़ी अपने देश के लिए सम्मान हासिल करने के इरादे से आए हैं। यह मंच गांवों से लेकर मेट्रो शहरों तक के खिलाड़ियों को अपनी क्षमता दिखाने का एक बड़ा अवसर है।"

खेल मंत्री ने कहा, "यह नया भारत है, जो न केवल मैदान पर जीतता है, बल्कि मानसिक खेल में भी जीतता है। खेल हमारे लिए सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं है, बल्कि यह हमारे चरित्र और गुणों का प्रतीक है। जब भी कोई भारतीय चेस मुकाबले में बैठता है, वह केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि वह अपने देशवासियों की उम्मीदों और विश्वास का प्रतिनिधित्व कर रहा होता है।"

उन्होंने कहा, "गोवा अपनी सांस्कृतिक धरोहर और आतिथ्य के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है। यहां आयोजित फिडे विश्व कप केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह भारत की बौद्धिक क्षमता, सांस्कृतिक विरासत, रणनीति, विचार और बुद्धिमत्ता का प्रतीक है। इस आयोजन के माध्यम से भारत दुनिया को यह संदेश दे रहा है कि हम तकनीक, अर्थव्यवस्था और रक्षा में ही नहीं, बल्कि खेल के क्षेत्र में भी एक नेता के रूप में उभर रहे हैं। इसमें उन अनगिनत लोगों का योगदान है, जो भारत को एक पूर्ण क्षमतावान राष्ट्र के रूप में देखते हैं।"

अपने संबोधन के अंत में मंडाविया ने कहा, "मैं विश्व कप में भाग ले रहे खिलाड़ियों से कहना चाहूंगा कि आपकी हर चाल आपके भविष्य को निर्धारित करेगी। इसलिए दिल, विचार और सबसे महत्वपूर्ण सम्मान के साथ खेलें। आयोजन के लिए फिडे, ऑल इंडिया चेस फेडरेशन, गोवा सरकार और आयोजन में भाग लेने वाले सभी को धन्यवाद।"

Point of View

यह कहना उचित होगा कि भारत अब खेल में अपनी पहचान बना रहा है। चेस विश्व कप का आयोजन हमारे देश के लिए गर्व का विषय है और यह दर्शाता है कि हम खेल के क्षेत्र में भी विश्व के अग्रणी देशों में शामिल हो रहे हैं।
NationPress
31/10/2025

Frequently Asked Questions

फिडे विश्व कप 2025 कब आयोजित किया जा रहा है?
यह विश्व कप गोवा में 30 अक्टूबर से 27 नवंबर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है।
इस विश्व कप में कितने देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं?
इस विश्व कप में 80 से अधिक देशों के 206 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
भारत में चेस के ग्रैंड मास्टरों की संख्या क्या है?
हाल ही में भारत में ग्रैंड मास्टरों की संख्या 88 हो गई है।
डॉ. मनसुख मंडाविया ने किस चीज़ पर जोर दिया?
उन्होंने खिलाड़ियों से दिल, दिमाग और सम्मान के साथ खेलने की अपील की।
गोवा के बारे में क्या खास बात है?
गोवा अपनी सांस्कृतिक विरासत और आतिथ्य के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है।