क्या शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाएगी रिवाबा जडेजा की नियुक्ति?

सारांश
Key Takeaways
- रिवाबा जडेजा को शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।
- रवींद्र जडेजा ने अपनी पत्नी के प्रति गर्व व्यक्त किया।
- रिवाबा जडेजा ने चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी।
- गुजरात सरकार में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है।
- रिवाबा जडेजा का राजनीतिक अनुभव महत्वपूर्ण होगा।
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। शुक्रवार को कुल 19 मंत्रियों ने शपथ ली। भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को राज्यमंत्री के रूप में शिक्षा मंत्रालय (प्राथमिक, माध्यमिक और वयस्क शिक्षा) सौंपा गया है। रवींद्र जडेजा ने विश्वास जताया है कि शिक्षा के क्षेत्र में जो कमियां थीं, वो इस सरकार के शासन में दूर होंगी।
रवींद्र जडेजा, अपनी पत्नी रिवाबा को इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने से बहुत खुश हैं। उन्होंने शनिवार को मीडिया से कहा, "मैं बहुत खुश हूं कि मेरी पत्नी को शिक्षा विभाग का मंत्री बनाया गया। मैं आदरणीय मुख्यमंत्री का आभारी हूं। मुझे विश्वास है कि वह इस विभाग में उत्कृष्ट काम करेंगी और पार्टी तथा गुजरात सरकार का नाम ऊँचा करेंगी।"
वहीं, रिवाबा जडेजा ने कहा, "मैं यह विश्वास दिलाना चाहती हूं कि जो भी जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है, मैं उसे पूरी निष्ठा से निभाने की कोशिश करूंगी।"
जब रिवाबा को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, उस समय रवींद्र जडेजा अपनी बेटी के साथ वहाँ मौजूद थे। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "आप पर और आपकी उपलब्धियों पर मुझे गर्व है। मैं जानता हूं कि आप अद्भुत कार्य करती रहेंगी और सभी लोगों को प्रेरित करेंगी। गुजरात सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में आपको ढेर सारी सफलता की शुभकामनाएं। जय हिंद।"
महत्वपूर्ण यह है कि रिवाबा जडेजा जामनगर नॉर्थ सीट से गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में विधायक बनी थीं। रिवाबा ने अपने पहले ही चुनाव में जीत हासिल की थी। उन्हें 88,835 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी को 35,265 वोट मिले थे।
रिवाबा ने भाजपा की ओर से चुनाव लड़ते हुए अपने प्रतिद्वंदी करशनभाई पटेल (आम आदमी पार्टी) को 53 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। रिवाबा जडेजा सौराष्ट्र की करणी क्षत्रिय सेना की अध्यक्षा भी रह चुकी हैं।