क्या साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और हार्दिक पंड्या की वापसी हुई?
सारांश
Key Takeaways
- हार्दिक पंड्या की वापसी ने टीम को मजबूती दी है।
- जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या के पास शतक लगाने का मौका है।
- भारत का टी20 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ रिकॉर्ड बेहतर है।
- कटक में बारिश की कोई संभावना नहीं है।
- टीम इंडिया की नजरें इस सीरीज पर हैं।
कटक, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। साउथ अफ्रीका ने मंगलवार को बाराबती स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टी20 मुकाबले में टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया है। साउथ अफ्रीकी टीम ने 4 सीमर्स के साथ मैदान में उतरी है। वहीं, हार्दिक पंड्या भारतीय टीम में वापसी कर रहे हैं, जबकि संजू सैमसन, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव और हर्षित राणा को खेलने का मौका नहीं मिला है।
भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 मुकाबलों की टेस्ट सीरीज 0-2 से गंवाई थी, लेकिन तीन मुकाबलों की वनडे सीरीज में 2-1 से जीत हासिल कर ली थी। अब टीम इंडिया की नजरें टी20 सीरीज पर भी हैं।
इस मैच में जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या के पास 'अनूठा शतक' लगाने का अवसर है। बुमराह ने अब तक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 99 विकेट लिए हैं, जबकि हार्दिक पंड्या ने 98 विकेट हासिल किए हैं।
हार्दिक पंड्या 26 सितंबर को श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप मैच में चोटिल हो गए थे, लेकिन अब वे एक बार फिर भारत की प्लेइंग इलेवन में शामिल हैं।
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टी20 इतिहास में कुल 31 मैच हुए हैं, जिसमें टीम इंडिया का पलड़ा भारी है। भारत ने 18 मैच जीते हैं, जबकि 12 मुकाबले साउथ अफ्रीका ने जीते हैं और एक मैच बेनतीजा रहा।
कटक के इस मैदान पर भारत ने अब तक 3 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उसे केवल एक मैच में जीत मिली है। ये दोनों हार साउथ अफ्रीका के खिलाफ थी।
कटक में मंगलवार को बारिश की संभावना नहीं है। यहां अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।
भारत की प्लेइंग इलेवन: अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), तिलक वर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह.
साउथ अफ्रीका की प्लेइंग इलेवन: क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), एडेन मार्करम (कप्तान), ट्रिस्टन स्टब्स, देवाल्ड ब्रेविस, डेविड मिलर, डोनोवन फेरीरा, मार्को जानसेन, केशव महाराज, लुथो सिपामला, एनरिक नोर्त्जे, लुंगी एनगिडी.