क्या गुजरात में कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन होगा? सूरत के खिलाड़ियों में उत्साह!
सारांश
Key Takeaways
- गुजरात में कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन गर्व का विषय है।
- युवाओं में खेलों के प्रति उत्साह बढ़ा है।
- स्थानीय खिलाड़ियों को होम कंडीशन का लाभ मिलेगा।
- खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत करने का संकल्प लिया है।
- इस आयोजन से खिलाड़ियों को अनुभव प्राप्त होगा।
सूरत, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेज़बानी का मौका मिला है। अहमदाबाद में होने वाले इन खेलों में प्रतिभागियों ने अपनी कड़ी मेहनत के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। सूरत के युवा शटलर और टेबल टेनिस खिलाड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 को लेकर बहुत उत्साहित दिख रहे हैं।
राष्ट्रीय स्तर के टेबल टेनिस खिलाड़ियों को कोचिंग देने वाले वाहिद मालुभाई ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन घोषित होने के बाद से ही खिलाड़ी ट्रेनिंग में जुट गए हैं। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। भारत के लिए मेडल जीतना गर्व की बात है। मुझे उम्मीद है कि इस कॉमनवेल्थ गेम्स में सूरत के हरमीत देसाई के साथ मानव ठक्कर, मानुष शाह, अंकुर भट्टाचार्य और पायस जैन जैसे खिलाड़ी सिंगल्स और डबल्स में भारत के लिए मेडल हासिल करेंगे। गुजराती खिलाड़ियों को होम कंडीशन का फायदा मिलेगा।"
बैडमिंटन खिलाड़ी दिव्यजा ने कहा, "हमारे गुजरात में पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन होगा। इसे लेकर बेहद उत्साह का माहौल है। जिन मशहूर खिलाड़ियों को हमने पहले सिर्फ टीवी पर देखा है, अब हम उन्हें अपने सामने खेलते देख सकेंगे।"
टेबल टेनिस खिलाड़ी अयाज मुराद ने कहा, "अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन गुजरात और पूरे देश के लिए गर्व की बात है। इससे कई युवा खिलाड़ियों को अनुभव मिलेगा।"
टेबल टेनिस खिलाड़ी प्रहर्ष वाला ने कहा, "हमारे राज्य में इतने बड़े खेल का आयोजन होना बहुत फख्र की बात है। सभी खिलाड़ी इसके लिए मेहनत करेंगे। हम कोशिश करेंगे कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 में भाग लें।"
बैडमिंटन खिलाड़ी मनन छाबड़ा ने कहा, "यह हमारे लिए एक शानदार मौका है। यदि मैं मेहनत करूंगा, तो स्टेट और नेशनल लेवल पर खेल सकता हूं। यह हम बच्चों के लिए एक शानदार प्लेटफॉर्म है। हम इसके लिए दिन-रात मेहनत करेंगे।"
इससे पहले, साल 2010 में भारत की राजधानी में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन हुआ था। कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की बोली में भारत का मुकाबला नाइजीरिया के अबुजा से था, लेकिन कॉमनवेल्थ स्पोर्ट ने अफ्रीकी देश को 2034 के संस्करण के लिए विचार में रखने का निर्णय लिया।