क्या विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जापान के प्रतियोगियों को दिल्ली कोबे जैसी लग रही है?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का सफल आयोजन हो रहा है।
- जापान के एथलीट दिल्ली को कोबे जैसा मानते हैं।
- स्वयंसेवकों की मेहनत ने आयोजन को सफल बनाया है।
- भारतीय खाना जापानी एथलीटों को काफी पसंद आ रहा है।
- जापान ने पहले दिन तीन स्वर्ण पदक जीते हैं।
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का आयोजन नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में बड़ी सफलता के साथ हो रहा है। जापान से आए प्रतियोगियों ने दिल्ली को कोबे की तरह अनुभव किया है। पिछले वर्ष, 2024 में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन जापान के कोबे में हुआ था।
जापान का 61 सदस्यीय दल, जिसमें 31 एथलीट शामिल हैं, दिल्ली में हो रही प्रतियोगिता का आनंद ले रहा है। उनके लिए दिल्ली, कोबे की तरह ही लग रही है।
जब एनपीसी जापान की प्रशासनिक अधिकारी अयुमी हिरायामा से दिल्ली और कोबे की तुलना करने को कहा गया, तो उन्होंने हंसते हुए कहा, "मौसम में थोड़ा अंतर है। कोबे में गर्मी और उमस होती है, जबकि दिल्ली में यह और भी ज्यादा है। मैं कोई शिकायत नहीं कर रही, बस तथ्य साझा कर रही हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "कार्यक्रम का आयोजन बहुत अच्छा है। यहाँ के स्वयंसेवक कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वे दयालु हैं और हर संभव मदद कर रहे हैं। आयोजन की सफलता में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।"
हिरायामा ने अपनी पसंदीदा बात साझा करते हुए कहा, "मुझे भारतीय खाना बहुत पसंद आया। यहाँ का खाना बेहद स्वादिष्ट है। थोड़ा तीखा जरूर है, लेकिन इसका मजा लेना बहुत अच्छा है। हम भारतीय व्यंजनों का भरपूर आनंद ले रहे हैं।"
कोबे में, जापान ने कुल 21 पदक जीते थे, लेकिन स्वर्ण पदकों की कमी के कारण निराशा बनी। इस बार दिल्ली में, उनका अनुभव बहुत अच्छा रहा है। प्रतियोगिता के पहले ही दिन, लंबी दूरी के धावक केन्या करासावा ने स्वर्ण पदक जीतकर जापान का खाता खोला। शुक्रवार शाम तक, जापान ने तीन स्वर्ण पदक जीत लिए थे। जापान अब बचे हुए दिनों में स्वर्ण पदकों की संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।