क्या पूरा राष्ट्र अहमदाबाद विमान हादसे के पीड़ित परिजनों के साथ खड़ा है? : विनोद बंसल

सारांश
Key Takeaways
- दुखद विमान हादसा पूरे देश को प्रभावित करता है।
- पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता आवश्यक है।
- प्रार्थना सभाएं और श्रद्धांजलि का आयोजन किया जा रहा है।
- वैश्विक जांच की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
- समाज में एकता का संदेश फैलाना चाहिए।
नई दिल्ली, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए देशभर में प्रार्थनाएं और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के तत्वावधान में रविवार को दक्षिण दिल्ली के संत नगर स्थित आर्य समाज मंदिर में शांति यज्ञ का आयोजन किया गया। वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि इस विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के साथ पूरा राष्ट्र खड़ा है।
विनोद बंसल ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "दक्षिण दिल्ली के संत नगर में आर्य समाज मंदिर, ईस्ट ऑफ कैलाश में वीएचपी की ओर से विमान हादसे में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा आयोजित की गई। इस हादसे में कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया। हमने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और भगवान से उनके परिवारों को शक्ति और साहस देने की प्रार्थना की। हमने यह भी प्रार्थना की कि इस दुखद घटना की गहन जांच सुनिश्चित करे कि यह विमानन इतिहास में अपनी तरह की अंतिम दुर्घटना हो। विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के साथ पूरा राष्ट्र खड़ा है।"
ज्ञात हो कि देशभर में इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-पाठ और हवन का आयोजन किया जा रहा है।
14 जून को बिहार के मुजफ्फरपुर में आर्य समाज मंदिर में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए शांति यज्ञ और श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में आर्य समाज के सदस्यों ने भाग लिया और वैदिक रीति से यज्ञ कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके अतिरिक्त, मुरादाबाद में भी वैदिक रीति से यज्ञ कराया गया और अहमदाबाद विमान हादसे में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की गई।
इस हादसे में 200 से अधिक लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। देशभर में विभिन्न स्थानों पर इस दुखद घटना के लिए शोक और प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही हैं।