क्या सीमापार हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- काउंटर इंटेलिजेंस टीम की सफलता
- पाकिस्तान से जुड़े तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़
- तीन आरोपियों की गिरफ्तारी
- आर्म्स एक्ट में पहले से वांछित आरोपी
- राज्य की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान
अमृतसर, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। इस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई में एक पाकिस्तान से जुड़े सीमापार हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है।
इस ऑपरेशन के दौरान टीम ने तरणतारन जिले के तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान महेश उर्फ आशु मसीह, अंग्रेज सिंह और अर्शदीप सिंह के रूप में की गई है। उनके पास से आठ पिस्तौल और अन्य सामग्री बरामद की गई है।
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि ये आरोपी लगातार पाकिस्तान स्थित हथियार तस्करों के संपर्क में थे। उन्होंने तरणतारन के सीमावर्ती गांव मारी कम्बोके से यह हथियारों की खेप भारत में ड्रोन और अन्य तरीकों से मंगवाई थी। काउंटर इंटेलिजेंस टीम इस नेटवर्क पर लंबे समय से नजर रखे हुए थी। खुफिया सूचना मिलने के बाद विशेष टीम ने इन आरोपियों को पकड़ लिया और उनके ठिकानों से हथियार बरामद किए।
पुलिस जांच में पता चला है कि महेश उर्फ आशु मसीह और अंग्रेज सिंह पहले से ही काउंटर इंटेलिजेंस (एसएसओसी) अमृतसर थाने में दर्ज आर्म्स एक्ट के मामलों में वांछित थे। पहले की कार्रवाई में भी उनके पास से 5 पिस्तौलें बरामद की जा चुकी थीं।
अधिकारियों का मानना है कि यह नेटवर्क सीमा पार से छोटे हथियार और गोला-बारूद की तस्करी कर रहा था, जिसका उपयोग राज्य में आपराधिक और आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता था। काउंटर इंटेलिजेंस की टीम अब यह जानने में जुटी है कि इन हथियारों की अगली डिलीवरी किसे की जानी थी और इस नेटवर्क में अन्य कितने लोग शामिल हैं।
पंजाब पुलिस ने इस कार्रवाई को राज्य की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सफलता बताया है। पुलिस का कहना है कि वे सीमा पार से होने वाली किसी भी गैरकानूनी गतिविधि, विशेषकर हथियारों की तस्करी, को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पंजाब पुलिस हर स्तर पर ऐसे नेटवर्क को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।