क्या अयोध्या के संतों ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की? ध्वजारोहण समारोह में आएंगे 7 हजार मेहमान
सारांश
Key Takeaways
- धर्म ध्वज का फहराना ऐतिहासिक घटना है।
- प्रधानमंत्री मोदी का उपवास समारोह को और महत्व देता है।
- संतों की प्रशंसा राम मंदिर के निर्माण को दर्शाती है।
- अयोध्या की आर्थिकी में बदलाव आ रहा है।
- सात हजार मेहमान इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
अयोध्या, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मंगलवार को भव्य राम मंदिर के शिखर पर 'धर्म ध्वज' फहराने की तैयारी है। इस समारोह का ध्वजारोहण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे और इसके लिए वे उपवास भी रखेंगे। इस पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज ने उनकी सराहना की है।
गोविंद देव गिरी महाराज ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "प्रधानमंत्री सरकार के मुखिया हो सकते हैं, लेकिन वे हमेशा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक समर्पित प्रचारक रहे हैं। पीएम मोदी और जिस पार्टी के जरिए वे सत्ता में आए, उनका एक स्पष्ट लक्ष्य था कि मंदिर का निर्माण होना चाहिए, और उन्होंने उस मिशन को पूरा किया है।"
उन्होंने आगे कहा, "जब भी हम प्रधानमंत्री से मिलते थे, वे हमेशा आदर से बात करते थे और हमारे विचारों और सुझावों को सुनते थे। हम उन पर भरोसा करते हैं और अपने कार्य के लिए उनकी समझदारी को महत्व देते हैं।"
इस मौके पर गोविंद देव गिरी महाराज ने विपक्ष के नेताओं पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, "उन लोगों को याद कीजिए जो कहते थे, 'क्या मंदिर बनने से गरीबी खत्म हो जाएगी? क्या मंदिर बनने से कारोबार बढ़ेगा?' ऐसे लोगों के लिए यह करारा जवाब है कि जब से राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है, अयोध्या की अर्थव्यवस्था में बदलाव आया है।"
वहीं, ध्वजारोहण समारोह पर श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी चंपत राय ने जानकारी दी कि मंगलवार को श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर ध्वजारोहण किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में पूर्वी उत्तर प्रदेश के संतों को आमंत्रित किया गया है। लगभग सात हजार लोग इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
ट्रस्ट के विशेष आमंत्रित सदस्य गोपाल राव ने बताया कि मंगलवार को ध्वजारोहण की रस्म के लिए, पिछले चार दिनों से यज्ञमंडप में हवन चल रहा है। लगभग १०० पुजारी इस रस्म को निभा रहे हैं, जबकि ३० लोग अलग-अलग स्थानों पर बैठकर विभिन्न रस्मों में भाग ले रहे हैं। उम्मीद है कि यह रस्म मंगलवार दोपहर तक पूरी हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को राम और जानकी की शादी होगी, और शाम को कार्यक्रम तय है। इस साल हम इस समारोह का एक प्रतीकात्मक आयोजन करेंगे और अगले साल इसे धूमधाम से मनाने की योजना है।