क्या बद्रीनाथ-हेमकुंड साहिब यात्रा पर मानसून का असर पड़ा है?

सारांश
Key Takeaways
- बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर मानसून का गहरा असर।
- श्रद्धालुओं की संख्या में कमी।
- स्थानीय व्यापारियों को नुकसान।
- प्रशासन राहत कार्य में जुटा।
- मौसम विभाग की चेतावनी का पालन करें।
चमोली, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड में मानसून की तेज बारिश के कारण कई स्थानों पर हाईवे बंद हो गए हैं, जिससे बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा प्रभावित हुई है। वर्तमान में, बद्रीनाथ धाम में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दो हजार से कम हो गई है, जबकि हेमकुंड साहिब में यह आंकड़ा लगभग एक हजार तक पहुंच गया है।
इस कमी के कारण दोनों धामों का माहौल काफी उदासीन हो गया है। शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम में इस यात्रा सीजन में सबसे कम 1,567 श्रद्धालु पहुंचे, वहीं हेमकुंड साहिब में 1,017 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष अब तक बद्रीनाथ धाम में 11 लाख 47 हजार श्रद्धालु भगवान बद्री विशाल के दर्शन कर चुके हैं, जबकि हेमकुंड साहिब में लगभग 2 लाख 10 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका है।
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण रुद्रप्रयाग, चमोली और अन्य क्षेत्रों में कई रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं, लेकिन मौसम की अनिश्चितता के कारण यात्रा की गति धीमी बनी हुई है।
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने लोगों से मौसम विभाग की चेतावनी का पालन करने और यात्रा से पहले सड़क मार्गों की स्थिति की जानकारी लेने की अपील की है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं की संख्या में कमी से उनका व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आगामी 5 दिनों के लिए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के अनुसार, अगले 7 दिनों में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में गरज और बिजली के साथ मध्यम बारिश की संभावना है।