क्या बांग्लादेश में खालिदा जिया की पार्टी के नेता पर हुआ बड़ा हमला?

सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है।
- बीएनपी के नेता पर हमला एक गंभीर घटना है।
- स्थानीय विवादों के कारण स्थिति और बिगड़ी है।
- पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।
- बांग्लादेश में सुरक्षा स्थिति चिंताजनक है।
नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से अराजकता का माहौल बना हुआ है। राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, बुधवार रात सावर में हुए एक हमले में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के एक स्थानीय नेता की मौत हो गई और चार अन्य लोग घायल हो गए।
मारे गए व्यक्ति की पहचान अबू सईद के रूप में की गई है। वह बोंगा यूनियन बीएनपी के अंतर्गत वार्ड संख्या 4 के सहायक कार्यालय का सचिव था।
स्थानीय मीडिया स्रोतों के अनुसार, बोंगा यूनियन बीएनपी के संगठन सचिव जाहिरउद्दीन बाबुल और स्थानीय निवासी जाकिर हुसैन के बीच लंबे समय से राजनीतिक और व्यक्तिगत विवाद चल रहा था।
आरोप है कि हाल ही में जाकिर और उसके सहयोगियों ने संगठन सचिव बाबुल पर हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप वह गंभीर रूप से घायल हो गया। कई दिनों तक अस्पताल में इलाज कराने के बाद, बाबुल बुधवार को अपने घर लौटा। बाबुल की वापसी के बाद इलाके में तनाव का माहौल फिर से बना।
हालांकि, पुलिस ने दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने की सलाह दी। बताया गया है कि संगठन सचिव बाबुल अपने 10-12 समर्थकों के साथ रात करीब 9 बजे कोंडा बाजार से घर लौट रहा था।
इस दौरान जाकिर ने अपने क्लब के सामने अचानक से बाबुल और उसके समर्थकों पर हमला कर दिया, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
घायलों को तुरंत सावर के इनाम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने अबू सईद को मृत घोषित कर दिया। वहीं, बाबुल और तीन अन्य की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रही है।
यह मामला तब सामने आया है, जब पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे और बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान ने आगामी चुनाव में अपनी वापसी का ऐलान किया है।
बांग्लादेश में हाल के दिनों में पाकिस्तान और आईएसआई काफी सक्रिय हो गए हैं। यूनुस सरकार ने सेना और डीजीआईएफ की जगह इस्लामिक रिवोल्यूशनरी आर्मी को लाने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार आईआरए की स्थापना के लिए पहले चरण का कार्य भी शुरू हो गया है। आईआरए में शामिल होने वाले लोगों को आईएसआई द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक 8850 लोगों की भर्ती या प्रशिक्षण दिया गया है।
वहीं दूसरी ओर, बांग्लादेश में सेना के 15 अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने बुधवार को 15 सैन्य अधिकारियों को जेल भेजने का आदेश दिया। जिन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, वे शेख हसीन के करीबी माने जाते थे।