क्या मुंबई से बेंगलुरु तक फैले ड्रग्स नेटवर्क का खुलासा हुआ? 55 करोड़ से ज्यादा का माल जब्त
सारांश
Key Takeaways
- 55 करोड़ रुपये से ज्यादा का मादक पदार्थ जब्त किया गया।
- बेंगलुरु में अवैध MD ड्रग्स फैक्ट्रियां चल रही थीं।
- 4 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।
- पुलिस ने महाराष्ट्र और कर्नाटका में छापे मारे।
- देश के कई राज्यों में ड्रग्स की सप्लाई हो रही थी।
मुंबई, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र सरकार ने मादक द्रव्यों के व्यापार पर काबू पाने के लिए महाराष्ट्र एंटी ड्रग टास्क फोर्स का गठन किया है। इसका उद्देश्य नशे की बिक्री, आपूर्ति और तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ प्रभावी आपराधिक कार्रवाई करना है। वर्तमान में राज्य के 7 विभिन्न स्थानों पर इसके संभागीय कार्यालय कार्यरत हैं और लगातार नशे विरोधी अभियान चलाए जा रहे हैं।
इसी क्रम में, 21 दिसंबर को महाराष्ट्र एंटी ड्रग टास्क फोर्स की कोंकण टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की। नवी मुंबई के वाशी गांव में पुणे-मुंबई राजमार्ग के समीप पुराने बस डिपो में छापा मारकर आरोपी अब्दुल कादर राशिद शेख को पकड़ा गया। उसके पास से 1 किलो 488 ग्राम मादक द्रव्य बरामद हुआ, जिसकी बाजार मूल्य लगभग 1 करोड़ 48 लाख 80 हजार रुपये है। इस मामले में वाशी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।
जांच आगे बढ़ने पर इस ड्रग्स नेटवर्क की जड़ें और गहरी निकलीं। पूछताछ में बेलगाम निवासी और MD ड्रग्स निर्माता प्रशांत यल्लापा पाटिल का नाम सामने आया। जांच में पता चला कि बेंगलुरु में तीन विभिन्न स्थानों पर MD ड्रग्स बनाने की फैक्ट्रियां संचालित थीं। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस की टीम बेंगलुरु पहुंची और वहां से सूरज रमेश यादव और मलखान रामलाल बिश्नोई को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी राजस्थान के स्थायी निवासी हैं, लेकिन बेंगलुरु में अवैध रूप से MD ड्रग्स के व्यापार में शामिल थे।
आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि बेंगलुरु के स्पंदना लेआउट कॉलोनी में आरजे इवेंट और एनजी गोलाहली इलाके में स्थित फैक्ट्री और कन्नूर के येरपनहल्ली की लोक बस्ती में एक आरसीसी मकान में MD ड्रग्स बनाई जा रही थी। पुलिस ने इन तीनों स्थानों पर छापेमारी की और वहां से 4 किलो 100 ग्राम MD और 17 किलो लिक्विड MD समेत कुल 21 किलो 400 ग्राम मादक द्रव्य जब्त किया।
साथ ही, इन तीनों स्थानों पर चल रही अवैध फैक्ट्रियों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। वहां से ड्रग्स बनाने की मशीनें और विभिन्न रसायन भी जब्त किए गए, जिनकी कुल कीमत लगभग 55 करोड़ 88 लाख 90 हजार रुपये है। चौंकाने वाली बात यह है कि बेंगलुरु जैसे रिहायशी इलाकों में खुलेआम MD ड्रग्स का निर्माण किया जा रहा था और यह ड्रग्स देश के कई राज्यों में सप्लाई की जा रही थी।
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने ड्रग्स की कमाई से बेंगलुरु में बड़ी मात्रा में अचल संपत्ति खरीदी थी। अब तक इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि 2 महत्वपूर्ण आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
यह पूरी कार्रवाई पुणे राज्य अपराध जांच विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सुनील रामानंद, महाराष्ट्र नारकोटिक्स विरोधी टास्क फोर्स की विशेष पुलिस महानिरीक्षक शारदा राउत और कई वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में की गई।