क्या अहमदाबाद में पहली बार भगवान जगन्नाथ को गार्ड ऑफ ऑनर मिला?

सारांश
Key Takeaways
- भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा 148वीं बार आयोजित की गई।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगला आरती में हिस्सा लिया।
- भगवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
- मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रथयात्रा का शुभारंभ किया।
- रथयात्रा का यह दिन भक्तों के लिए विशेष होता है।
अहमदाबाद, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। भगवान श्री जगन्नाथ की 148वीं रथयात्रा यहां परंपरागत खुशी और धार्मिक श्रद्धा के साथ आरंभ हो चुकी है। इस विशेष अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने श्री जगन्नाथ मंदिर में आयोजित मंगला आरती में अपने परिवार के साथ भाग लिया और महाप्रभु के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रथयात्रा की औपचारिक शुरुआत की और पारंपरिक पाहिंद विधि का पालन करते हुए भगवान के रथ के सामने सोने की झाड़ू लगाकर यात्रा का शुभारंभ किया। यह विधि सेवा और समर्पण का प्रतीक मानी जाती है।
गृहमंत्री अमित शाह ने मंगला आरती के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "रथयात्रा के पावन अवसर पर श्री जगन्नाथ मंदिर, अहमदाबाद की मंगला आरती में शामिल होना अपने आप में दिव्य और अलौकिक अनुभव होता है। महाप्रभु की मंगला आरती में शामिल होकर दर्शन-पूजन किया। महाप्रभु सभी पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें।"
इसके पूर्व अमित शाह ने देशवासियों को श्री जगन्नाथ रथयात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, "जय जगन्नाथ! सभी को श्री जगन्नाथ रथयात्रा के पावन उत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं। श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा आस्था और विश्वास का अनूठा संगम है, जो बताती है कि भक्ति, संस्कृति और विरासत को एक साथ सहेजते हुए आगे बढ़ते रहना हमारे मूल में है। महाप्रभु जगन्नाथ, वीर बलभद्र और माता सुभद्रा से सभी के कल्याण और उन्नति की कामना करता हूं।"
भगवान जगन्नाथ को अहमदाबाद में ओडिशा के पुरी की तरह गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। गार्ड ऑफ ऑनर देने की यह परंपरा अहमदाबाद में पहली बार हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भगवान जगन्नाथ की पूजा की पहिंद विधि का पालन किया और मंदिर से भगवान के रथ को प्रस्थान कराया।
फिलहाल नगर नाथ जगन्नाथ शहर के भ्रमण पर निकल चुके हैं। पूरे वर्ष भक्त भगवान के दर पर आते हैं, लेकिन आज का दिन ऐसा होता है जब भगवान भक्त के घर पर जाते हैं। करीब 16 किलोमीटर की यह यात्रा शाम 6 बजे तक संपन्न होगी। मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ है।