क्या अमेरिका को आत्मनिर्भरता से जवाब देगा भारत? : मायावती

सारांश
Key Takeaways
- अमेरिका द्वारा 25 प्रतिशत टैरिफ का ऐलान
- मायावती का आत्मनिर्भरता का सुझाव
- कृषि और छोटे उद्योगों की सुरक्षा का आश्वासन
- भारत की जनसंख्या और काम की नीतियों पर जोर
- संविधान के उद्देश्यों के अनुरूप विकास का महत्व
नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ और अतिरिक्त दंडात्मक शुल्क लगाने की घोषणा की है। यह निर्णय 1 अगस्त से प्रभावी होगा। इस घोषणा पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
मायावती ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मित्र देश बताने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क और रूस से तेल आयात पर पेनाल्टी लगाने के इस निर्णय को केंद्र सरकार को एक अवसर के रूप में लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम उठाकर देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित होने से बचाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने किसानों, छोटे और मझोले उद्योगों तथा राष्ट्रहित के साथ कोई समझौता न करने का आश्वासन दिया है और उसे इस वादे पर खरा उतरकर दिखाना होगा।
मायावती ने आगे कहा कि भारत, जो दुनिया की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश है, वहां हर व्यक्ति को काम देने वाली नीतियों के सही अमल से देश आत्मनिर्भर बन सकता है। इससे न केवल 'सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय' का लक्ष्य हासिल होगा, बल्कि संविधान के मानवतावादी और कल्याणकारी उद्देश्यों के अनुरूप जनता और देश का हित सुरक्षित रहेगा, जिससे भारत एक सुखी और समृद्ध राष्ट्र बन सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रूथ सोशल' पर कहा, "भारत हमेशा से रूस से अधिकांश सैन्य आपूर्ति खरीदता आया है और चीन के साथ मिलकर रूस से ऊर्जा खरीदने वाला सबसे बड़ा खरीदार है। इस समय जब पूरी दुनिया चाहती है कि रूस यूक्रेन में हत्याएं बंद करे, ये चीजें बिल्कुल भी अच्छी नहीं हैं। इसलिए भारत को 25 प्रतिशत टैरिफ देना होगा, साथ ही उपरोक्त कारणों को लेकर जुर्माना भी देना होगा, जो 1 अगस्त से लागू होगा। इस विषय पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद।"