क्या भारत का स्मार्टफोन निर्यात एक लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है? एप्पल रहा सबसे आगे!

Click to start listening
क्या भारत का स्मार्टफोन निर्यात एक लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है? एप्पल रहा सबसे आगे!

सारांश

भारत का स्मार्टफोन निर्यात चालू वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। एप्पल ने निर्यात में प्रमुख योगदान दिया है। जानें इस उपलब्धि के पीछे की कहानियाँ और आंकड़े।

Key Takeaways

  • भारत का स्मार्टफोन निर्यात चालू वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है।
  • एप्पल का निर्यात में योगदान 75 प्रतिशत है।
  • भारत की हिस्सेदारी अमेरिकी स्मार्टफोन आयात में 44 प्रतिशत हो गई है।
  • सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 300 मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं।
  • मेड-इन-इंडिया स्मार्टफोन की मात्रा में 240 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत का स्मार्टफोन निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में एक लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है, जो अब तक का सबसे उच्चतम आंकड़ा है। यह जानकारी इंडस्ट्री अनुमानों में दी गई।

अमेरिकी टैरिफ में वृद्धि के बावजूद, भारत के स्मार्टफोन निर्यात में सालाना आधार पर 55 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है। वित्त वर्ष 25 की समान अवधि में यह आंकड़ा 64,500 करोड़ रुपए था।

इंडस्ट्री के सूत्रों के अनुसार, टेक्नोलॉजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और फॉक्सकॉन ने निर्यात में लगभग 75 प्रतिशत का योगदान दिया है।

प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना ने अमेरिकी तकनीकी दिग्गज को अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को भारत में स्थानांतरित करने के लिए प्रोत्साहित किया। एप्पल ने तमिलनाडु और कर्नाटक में उत्पादन बढ़ाया है।

आईफोन निर्माता ने 2025 तक अब तक देश में अपनी अधिकांश निर्यात क्षमता अमेरिकी बाजार की आपूर्ति के लिए समर्पित कर दी है। भारत से अमेरिका को आईफोन की आपूर्ति में काफी वृद्धि हुई है और 2025 की पहली छमाही में घरेलू रूप से असेंबल किए गए 78 प्रतिशत आईफोन का निर्यात अमेरिका को किया गया, जो पिछले वर्ष 53 प्रतिशत था।

इस वर्ष अमेरिकी स्मार्टफोन आयात में भारत की हिस्सेदारी बढ़कर 44 प्रतिशत हो गई, जबकि चीन की हिस्सेदारी घटकर 25 प्रतिशत रह गई, जो 2024 के मध्य में 61 प्रतिशत थी। "मेड-इन-इंडिया" स्मार्टफोन की कुल मात्रा में सालाना आधार पर 240 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

चीन और वियतनाम के साथ, भारत अब वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण में एक प्रमुख खिलाड़ी है, जहां कंपनियाँ आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने के लिए उत्पादन स्थानांतरित कर रही हैं।

सैमसंग और मोटोरोला ने भी भारत से अमेरिका को आपूर्ति में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है, हालांकि उनका स्थानांतरण एप्पल की तुलना में काफी धीमा और छोटा है। एप्पल की तरह मोटोरोला का भी मुख्य मैन्युफैक्चरिंग हब चीन में है, जबकि सैमसंग मुख्य रूप से अपने स्मार्टफोन का उत्पादन वियतनाम में करता है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में अब 300 मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जो 2014 में केवल दो थीं। वित्त वर्ष 14 में भारत में बिकने वाले 26 प्रतिशत मोबाइल फोन स्थानीय स्तर पर बनाए गए थे, जो अब बढ़कर 99.2 प्रतिशत हो गए हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत का स्मार्टफोन निर्यात एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह न केवल तकनीकी क्षेत्र में हमारी प्रगति को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी हमारी स्थिति को मजबूत करता है। हमें इस क्षेत्र में और अधिक नवाचार और निवेश की आवश्यकता है।
NationPress
15/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत का स्मार्टफोन निर्यात कितनी तेजी से बढ़ा है?
भारत का स्मार्टफोन निर्यात चालू वित्त वर्ष में सालाना आधार पर 55 प्रतिशत बढ़ा है।
एप्पल का निर्यात में योगदान कितना है?
एप्पल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स ने निर्यात में लगभग 75 प्रतिशत का योगदान दिया है।
भारत में कितनी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं?
भारत में अब 300 मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं।