क्या त्योहारी सीजन में बिक्री ने ऑल-टाइम हाई को छुआ? वित्त मंत्री सीतारमण का बयान
सारांश
Key Takeaways
- त्योहारी सीजन में खुदरा बिक्री 6.05 लाख करोड़ रुपए तक पहुंची।
- जीएसटी दरों में कमी का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
- ई-कॉमर्स में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की आवश्यकता है।
- सरकार का उद्देश्य ईमानदार करदाताओं का जीवन आसान बनाना है।
नई दिल्ली, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि इस वर्ष भारत में त्योहारी सीजन के दौरान खुदरा बिक्री अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, जो जीएसटी दरों में कमी जैसी हालिया आर्थिक नीतियों के सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है।
गाजियाबाद में नए सीजीएसटी भवन के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार इस प्रणाली को और अधिक कुशल, न्यायसंगत और विकास केंद्रित बनाएंगे।
वित्त मंत्री ने आगे कहा, "मुझे विश्वास है कि निरंतर सुधारों, समर्पण और टीम वर्क के साथ, हम राजस्व, अनुपालन और सेवा वितरण में नई ऊंचाइयों को छुएंगे।"
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार, इस दीपावली के दौरान खुदरा बिक्री ६.०५ लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष के ४.२५ लाख करोड़ रुपए से २५ प्रतिशत अधिक है।
कुल बिक्री में से लगभग ५.४० लाख करोड़ रुपए वस्तुओं पर और ६५,००० करोड़ रुपए सेवाओं पर खर्च किए गए, जिससे यह भारत के व्यापारिक इतिहास में सबसे बड़ा दीपावली कारोबार सीजन बन गया।
वित्त मंत्री ने कहा, "ये आंकड़े यह दर्शाते हैं कि हमारी आर्थिक नीतियों - जिसमें हाल ही में जीएसटी दरों में कमी शामिल है - का महत्वपूर्ण असर हो रहा है।"
उन्होंने यह भी कहा, "अच्छी नीतियों को जारी रखें, सुधारों की गति बनाए रखें और हमेशा याद रखें कि हमारा अंतिम लक्ष्य ईमानदार करदाताओं का जीवन सुगम बनाना है।"
सीतारमण ने कहा कि अगली पीढ़ी का जीएसटी करदाताओं को सम्मान के साथ व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि वे देश के करदाता हैं।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया 'जीएसटी बचत उत्सव' वास्तव में 'डबल दीपावली' था।
ई-कॉमर्स ने भी अच्छी वृद्धि दर्ज की, जिसमें वॉल्यूम में सालाना आधार पर २४ प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि सकल व्यापारिक मूल्य में २३ प्रतिशत की वृद्धि हुई।