क्या भोपाल पुलिस कमिश्नर ने सोशल मीडिया के उपयोग पर दिशा-निर्देश जारी किए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- ड्यूटी के दौरान सोशल मीडिया का उपयोग न करें।
- पुलिस की छवि को बचाना महत्वपूर्ण है।
- सोशल मीडिया का जिम्मेदाराना उपयोग करें।
- निर्देशों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
- सोशल मीडिया के सकारात्मक और नकारात्मक पहलू समझें।
भोपाल, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा पुलिसकर्मियों के ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन के उपयोग पर रोक लगाने के सुझाव के बाद, भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव पर महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों का सोशल मीडिया का अनुचित उपयोग पुलिस की छवि और कार्य प्रणाली के लिए हानिकारक हो सकता है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा, "अपराधों के साथ-साथ हमारे दैनिक जीवन में भी सोशल मीडिया का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। सोशल मीडिया के प्रयोग के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलु हैं। पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से निर्देश दिया जाता है कि वे ड्यूटी के दौरान सोशल मीडिया का उपयोग न करें।"
उन्होंने आगे बताया कि कोई भी पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान ऐसे रील्स या सामग्री पोस्ट न करें जिससे पुलिस की छवि को क्षति पहुंचे या जो पुलिस की मर्यादाओं के खिलाफ हो। ऐसी सामग्री पुलिस के कार्य को भी प्रभावित कर सकती है।
उन्होंने कहा, "इन बातों को ध्यान में रखते हुए, पुलिसकर्मियों को बार-बार निर्देशित किया जाता है कि वे सोशल मीडिया का सीमित और जिम्मेदाराना उपयोग करें। यदि कोई पुलिसकर्मी इन निर्देशों का उल्लंघन करता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
पुलिस कमिश्नर ने सोशल मीडिया के महत्व को स्वीकार करते हुए कहा, "आज के समय में सोशल मीडिया एक महत्वपूर्ण और प्रभावी उपकरण है। कई बार पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान इसका प्रयोग करते हैं, लेकिन इसके कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं।"
उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को बार-बार हिदायत दी जाती है कि वे ड्यूटी के दौरान अनावश्यक सोशल मीडिया का उपयोग न करें। मिश्रा ने कहा, "अगर कोई व्यक्तिगत पोस्ट करता है, तो उसे मर्यादा और गरिमा का पालन करना चाहिए।"