क्या बिहार में पहले चरण के मतदान वाले क्षेत्रों में प्रचार थमेगा?
                                सारांश
Key Takeaways
- 18 जिलों में मतदान होने वाला है।
 - 1314 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
 - 45,341 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
 - मतदाता छह नवंबर को मतदान करेंगे।
 - सुरक्षा के लिए सशस्त्र बलों की तैनाती होगी।
 
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 18 जिलों के 121 विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार की शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। इस चरण की सभी सीटों पर मतदाता छह नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
इस चरण के मतदान को लेकर मतदाताओं को रिझाने के लिए सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एमपी के मुख्यमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई नेताओं ने चुनाव प्रचार कर एनडीए के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे, तो महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनावी मैदान में उतरे।
मंगलवार को चुनाव प्रचार में भी दिग्गज नेता चुनावी मैदान में उतरे हैं। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और राजद नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है। हालांकि, कई क्षेत्रों में जन सुराज पार्टी और एआईएमआईएम के प्रत्याशी भी मुकाबले को दिलचस्प बना रहे हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक, इस पहले चरण के चुनाव में 1314 उम्मीदवार हैं, जिनके राजनीतिक भविष्य का फैसला तीन करोड़ 75 लाख से अधिक मतदाता करेंगे। इन मतदाताओं में एक करोड़ 76 लाख 77 हजार 219 महिला मतदाता शामिल हैं। मतदाताओं के लिए 45,341 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 17 सहायक बूथ शामिल हैं। पहले चरण में 102 सामान्य और 19 अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट हैं।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर चुनाव आयोग लगातार प्रयास कर रहा है। चुनाव आयोग के मुताबिक, सभी मतदान केंद्रों पर सशस्त्र सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी और सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की जाएगी। पहले चरण के सभी बूथों पर बुधवार की शाम तक डिस्पैच सेंटर से ईवीएम, वीवीपैट सहित अन्य चुनाव सामग्री को लेकर मतदान और सुरक्षा कर्मी पहुंचेंगे।