क्या बिहार चुनाव की तैयारी की समीक्षा के लिए पटना पहुंचा ईसीआई का प्रतिनिधिमंडल?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान जल्द हो सकता है।
- ईसीआई का प्रतिनिधिमंडल पटना पहुंचा है।
- केंद्रीय पर्यवेक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- ब्रीफिंग में कई अधिकारी शामिल हुए।
- निर्वाचन आयोग स्वतंत्र चुनाव को सुनिश्चित करता है।
पटना, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में किसी भी समय विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान किया जा सकता है। इससे पूर्व, भारत निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव की तैयारी को तेज कर दिया है। इस क्रम में, चुनाव आयोग का प्रतिनिधिमंडल बिहार की राजधानी पटना पहुंचा।
भारत निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि आने वाले बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारीप्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को पटना पहुंचा।
इससे पहले, चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा के आगामी आम चुनाव और कुछ राज्यों के उपचुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की तैनाती हेतु एक ब्रीफिंग का आयोजन किया। इस बैठक में 287 आईएएस अधिकारी, 58 आईपीएस अधिकारी, और अन्य सेवाओं के 80 अधिकारियों सहित कुल 425 अधिकारियों ने भाग लिया। यह ब्रीफिंग बैठक आईआईआईडीईएम, नई दिल्ली में हुई।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों को संबोधित करते हुए उन्हें लोकतंत्र का प्रकाश स्तंभ बताया। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी चुनाव कानूनों, नियमों और दिशानिर्देशों से अवगत रहकर, क्षेत्रीय जानकारी प्रदान करें और इसका कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें।
आयोग ने पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया कि वे राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और मतदाताओं की शिकायतों का समाधान करने के लिए पूरी तरह से उपलब्ध रहें। साथ ही, मतदान केंद्रों का दौरा करने और आयोग द्वारा हाल ही में की गई पहलों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया।
आयोग संविधान के अनुच्छेद 324 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 20बी के अंतर्गत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने हेतु केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करता है। ये क्षेत्रीय स्तर पर चुनाव प्रक्रिया के कुशल प्रबंधन की भी देखरेख करते हैं।