क्या बिहार एग्जिट पोल में एनडीए सरकार बनती दिख रही है?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए को 133 सीटें मिलने का अनुमान है।
- भाजपा सबसे बड़ा दल है।
- महागठबंधन को 87 सीटें मिलने की संभावना।
- 19 सीटों पर कांटे की टक्कर है।
- प्रधानमंत्री मोदी का प्रभाव स्पष्ट है।
नई दिल्ली, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों पर मतदान मंगलवार को संपन्न हो गया है, जिसके बाद एग्जिट पोल का दौर शुरू हो चुका है। बुधवार को कई एग्जिट पोल के परिणाम सामने आए हैं। पोलस्ट्रैट के एग्जिट पोल में यह संकेत मिल रहे हैं कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने की संभावना है।
पोलस्ट्रैट द्वारा किए गए पोस्ट-पोल सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे बड़े दल के रूप में उभरती हुई दिखाई दे रही है, जबकि जेडीयू तीसरे और राजद दूसरे स्थान पर है। एग्जिट पोल में भाजपा को 69 और सहयोगी दल जदयू को 56 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, राजद को 66 सीटें मिल सकती हैं। एनडीए कुल 133 सीटों के साथ सबसे बड़ा गठबंधन बताया जा रहा है, जबकि महागठबंधन को 87 सीटें मिलने का अनुमान है।
पार्टीवार बात की जाए तो एनडीए में भाजपा को 69, जदयू को 56, लोजपा को 5, हम (एस) को 2 और आरएलएम को 1 सीट मिलती दिख रही है। महागठबंधन में राजद को 66, कांग्रेस को 9, सीपीआई (एमएल)(एल) को 10, सीपीआईएम को 1 और वीआईपी को 1 सीट मिलने की संभावना है। असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को 2, जेजेडी को 1 और निर्दलीय को भी 1 सीट मिलती दिख रही है। इस बार 19 सीटों पर कांटे की टक्कर है।
एग्जिट पोल के अनुसार, बिहार में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी ने मतदाताओं में प्रभाव डाला है, जबकि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की जोड़ी पर मतदाता बहुत विश्वसनीयता नहीं दिखा सके।
बिहार की कुछ मुख्य सीटों की बात करें तो अलीनगर सीट भाजपा के खाते में जाती दिख रही है। यहां एनडीए से मैथिली ठाकुर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि महागठबंधन से विनोद मिश्रा मैदान में हैं। महुआ सीट पर जेजेडी का कब्जा होता दिख रहा है, जबकि मोकामा सीट पर जदयू का कब्जा है।
अंत में, बिहार की सभी 243 सीटों पर किए गए एग्जिट पोल के अनुसार, कई सीटों पर कांटे की टक्कर होने की संभावना है।