क्या बिहार मतदाता सूची मामले पर संसद में हंगामा हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- विपक्षी सांसदों ने बिहार मतदाता सूची पर चर्चा की मांग की।
- राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा हुआ।
- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया।
- संसद में कार्यवाही कई बार स्थगित हुई।
- विपक्ष ने नियम 267 के तहत नोटिस दिए थे।
नई दिल्ली, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मंगलवार को संसद के दोनों सदनों, राज्यसभा और लोकसभा में विपक्ष ने अपनी मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की। विपक्षी सांसदों का ध्यान बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण मामले पर चर्चा पर था। जब उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई, तो सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस कारण राज्यसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में भी यही स्थिति रही।
दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही पुनः आरंभ होने पर भी हंगामा जारी रहा। राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने बिहार मतदाता सूची के गहन रिव्यू का मुद्दा उठाया। विपक्षी सांसद विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा चाहते थे।
विपक्ष की ओर से उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर चर्चा की भी मांग की गई, लेकिन सभी मांगें आसन द्वारा अस्वीकार कर दी गईं। इस पर हंगामा बढ़ गया और कार्यवाही केवल चार मिनट में ही स्थगित करनी पड़ी। बिहार मतदाता सूची के गहन रिव्यू पर चर्चा के लिए कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने उप सभापति को नोटिस दिए थे। ये नोटिस नियम 267 के अंतर्गत थे।
उप सभापति ने सभी नोटिसों को अस्वीकार कर दिया। इसके बाद विपक्षी सांसद खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। इसके चलते सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। उप सभापति ने बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत कुल 12 नोटिस मिले थे, सभी अस्वीकार कर दिए गए। बिहार मतदाता सूची रिव्यू मामले में विपक्षी सांसदों ने चर्चा के लिए नोटिस दिए थे।
विपक्ष के सांसद संतोष कुमार पी. ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया था। उप सभापति ने पुराने निर्णयों का हवाला देते हुए कहा कि सभी नोटिस अस्वीकार कर दिए गए। इसके बाद विपक्षी सांसद नाराज होकर नारेबाजी करने लगे। विभिन्न विपक्षी दलों के सांसद अपनी मांग लेकर सदन में आगे आए।
ये सांसद राज्यसभा उप सभापति से बिहार मतदाता सूची मामले पर तुरंत चर्चा की मांग कर रहे थे। हंगामा बढ़ता देख उप सभापति को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। 12 बजे सदन में फिर से हंगामा जारी रहा और कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
गौरतलब है कि सोमवार रात उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही उप सभापति संभाल रहे हैं।