क्या एनएसयूआई नेता की गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा युवा मोर्चा ने राहुल गांधी का पुतला जलाया?

सारांश
Key Takeaways
- उदित प्रधान की गिरफ्तारी ने ओडिशा में राजनीति को गरमा दिया है।
- भाजपा युवा मोर्चा ने महिला सुरक्षा को लेकर कांग्रेस की नीतियों पर सवाल उठाए।
- राहुल गांधी का पुतला जलाना राजनीतिक विरोध का एक तरीका है।
- सोफिया फिरदौस पर भी सवाल उठाए गए हैं।
- यह घटना कांग्रेस पार्टी की पाखंडी राजनीति को उजागर करती है।
संबलपुर, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा एनएसयूआई के अध्यक्ष उदित प्रधान की गिरफ्तारी के चलते सोमवार को ओडिशा के राजनीतिक माहौल में गहमागहमी बढ़ गई है। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी, जो लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष हैं, का पुतला जलाया।
उदित प्रधान की गिरफ्तारी के बाद भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों ने संबलपुर में प्रदर्शन किया और गोलबाजार चौक पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का पुतला फूंका।
भाजपा के युवा नेताओं ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी के 'दोहरे मापदंड' की तीखी आलोचना की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हाल में महिला सुरक्षा के लिए राज्यव्यापी ओडिशा बंद का आह्वान किया था और इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जबकि अब उनके एक युवा नेता को एक छात्रा के साथ कथित बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों ने कहा, "यह कांग्रेस पार्टी की पाखंडी और पतित राजनीति को उजागर करता है।"
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बाराबती-कटक की विधायक और अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की महासचिव सोफिया फिरदौस, जिन्होंने हाल में महिला सुरक्षा पर एक राष्ट्रीय प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था, इस घटना पर चुप क्यों हैं।
भाजपा युवा मोर्चा ने ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष भक्त चरण दास के इस्तीफे और विधायक सोफिया फिरदौस से राज्य की महिलाओं से माफी मांगने की मांग की।