क्या चेन्नई हवाई अड्डे पर बम की सूचना झूठी थी?
सारांश
Key Takeaways
- ईमेल से बम की धमकी झूठी निकली।
- सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई की।
- यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया।
चेन्नई, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को अचानक अफरा-तफरी मच गई, जब इंडिगो एयरलाइंस के कॉल सेंटर को विदेश से एक रहस्यमय ईमेल मिला। इस ईमेल में यह दावा किया गया कि चेन्नई और हैदराबाद जाने वाली उड़ानों में बम रखा गया है।
ईमेल की सूचना सुनते ही एयरलाइन और हवाई अड्डा प्रशासन में हड़कंप मच गया, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियाँ और पुलिस सक्रिय हो गईं।
सूचना प्राप्त होते ही हवाई अड्डे के निदेशक को अवगत कराया गया और तुरंत चेन्नई हवाई अड्डा सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई गई। इस बैठक में हवाई अड्डे के वरिष्ठ अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी, हवाई सुरक्षा अधिकारी, एयरलाइंस के प्रतिनिधि, बम निरोधक दस्ते, केंद्रीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी और स्थानीय पुलिस के उच्च अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि पूरे हवाई अड्डे परिसर की तलाशी ली जाएगी और सुरक्षा व्यवस्था को उच्चतम स्तर पर लाया जाएगा।
बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की मदद से हवाई अड्डे के हर हिस्से की बारीकी से जांच की गई। विशेष रूप से वीआईपी लाउंज, विश्राम कक्षों और शौचालयों की गहन तलाशी ली गई।
यात्रियों की सुरक्षा जांच को भी सख्त किया गया, न केवल सामान्य जांच बिंदुओं पर, बल्कि बोर्डिंग गेट्स और विमान में चढ़ने वाले मार्गों पर भी अतिरिक्त सतर्कता बरती गई।
कई घंटों तक चली तलाशी के बावजूद कोई विस्फोटक सामग्री या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। जांच दल ने निष्कर्ष निकाला कि ईमेल में दी गई धमकी झूठी थी और केवल एक अफवाह थी, जिसका उद्देश्य दहशत फैलाना हो सकता है।
इस समय, पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियाँ उस ईमेल के स्रोत का पता लगाने में लगी हुई हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ईमेल विदेश से भेजा गया था। साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह मजाक था या किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा।
चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक ने यात्रियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षा जांच में सहयोग करें। हवाई अड्डे की सुरक्षा पूरी तरह से नियंत्रण में है। सभी उड़ानें सामान्य रूप से संचालित की जा रही हैं।