क्या अजित पवार के बेटे पर लगे आरोपों पर सीएम फडणवीस का क्या कहना है?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- पार्थ पवार पर गंभीर आरोप हैं।
- अजित पवार ने मामले से खुद को अलग किया।
- जांच का समर्थन करने का आश्वासन दिया गया है।
- कानून और नियमों का पालन जरूरी है।
नागपुर, ७ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार पर लगाए गए आरोपों के संदर्भ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा कि मुझे मिली जानकारी के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते में कुछ लंबित वित्तीय लेनदेन शामिल हैं। रजिस्ट्री पूरी हो चुकी है और दोनों पक्षों ने इसे रद्द करने के लिए आवेदन दिया है। पहले से भुगतान किया जा चुका है और रजिस्ट्री को रद्द करना आवश्यक है। अन्यथा, भुगतान करना अनिवार्य होगा।
उन्होंने बताया कि नोटिस भेज दिए गए हैं और आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, जो भी आपराधिक मामला सामने आया है, वह समाप्त नहीं होगा और जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
अपने बेटे पार्थ पवार पर लगे आरोपों पर अजित पवार ने कहा कि इस मामले में सभी प्रक्रियाएं नियमों के अनुसार होनी चाहिए। जब इस पर चर्चा शुरू हुई, तो मैंने स्वयं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से फोन पर बात की। मैंने कहा कि भले ही यह मामला मेरे परिवार से जुड़ा है, लेकिन आप राज्य के मुखिया हैं, इसलिए उचित कार्रवाई करें।
इससे पहले, अजित पवार ने पुणे के मुंडवा-कोरेगांव पार्क में बेटे पार्थ पवार से जुड़े भूमि सौदे से खुद को अलग करते हुए कहा कि उनका इस सौदे से कोई संबंध नहीं है।
उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा आदेशित जांच का समर्थन करते हुए कहा कि यह उनका अधिकार है।
उन्होंने यह भी कहा कि मैंने कभी भी अधिकारियों को निर्देश नहीं दिया कि मेरे रिश्तेदारों को लाभ मिले। उपमुख्यमंत्री के रूप में मैं सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को यह निर्देश देता हूं कि यदि कोई मेरा नाम गलत तरीके से इस्तेमाल करता है, तो मैं उनका समर्थन नहीं करूंगा। मैं हमेशा कानून और नियमों के दायरे में काम करने वाला व्यक्ति हूं।