क्या नोएडा में मेडिकल डिवाइसेज पार्क का निरीक्षण करने आए सीएम योगी के सलाहकार?

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क्या नोएडा में मेडिकल डिवाइसेज पार्क का निरीक्षण करने आए सीएम योगी के सलाहकार?

सारांश

क्या नोएडा में मेडिकल डिवाइसेज पार्क का निरीक्षण करने आए सीएम योगी के सलाहकार? जानिए इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में।

Key Takeaways

  • यह परियोजना 350 एकड़ में फैली है।
  • 89 भूखंडों का आवंटन हो चुका है।
  • 7 कंपनियों ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
  • यह देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क होगा।
  • परियोजना का विकास स्वास्थ्य क्षेत्र में नवाचारों को बढ़ावा देगा।

ग्रेटर नोएडा, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश अवस्थी और जी एन सिंह ने यमुना प्राधिकरण का दौरा कर प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-28 में स्थित महत्वाकांक्षी मेडिकल डिवाइसेज पार्क परियोजना का अवलोकन किया।

प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उन्हें परियोजना की संपूर्ण जानकारी दी। यह देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क है, जो कि 350 एकड़ में फैल रहा है। अब तक 89 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है, जिनमें से 65 को चेकलिस्ट जारी की गई है, 47 ने रजिस्ट्री कराई है और 10 कंपनियों के बिल्डिंग मैप मंजूर हो चुके हैं। 7 कंपनियों ने निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया है।

मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने परियोजना विभाग को निर्देशित किया कि सभी 89 अलॉटियों के लीज प्लान एक सप्ताह के भीतर तैयार किए जाएं। प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल सिंह ने बताया कि कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी की बिल्डिंग का कार्य अंतिम चरण में है। हालांकि, कुछ कंपनियों ने लीज डीड और कब्जा मिलने के बावजूद निर्माण कार्य नहीं शुरू किया है, जिनसे डीपीआर के अनुसार कार्ययोजना मांगी गई है। अवनीश अवस्थी ने प्राधिकरण को आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) में प्री-बिड मीटिंग अनिवार्य रूप से शामिल करने के निर्देश दिए।

इस दौरान, जीएन सिंह ने सुझाव दिया कि मेडिकल डिवाइसेज प्रमोशनल काउंसिल के कार्यालय के साथ ही इंडियन फार्माकोपिया कमीशन (आईपीसी), सीडीएससीओ तथा स्टेट लाइसेंसिंग अथॉरिटी के कार्यालयों को भी स्थान उपलब्ध कराया जाए, जिससे कंपनियों को लाइसेंस, डिवाइस सेफ्टी सर्टिफिकेट, आईएसओ प्रमाणन और प्रशिक्षण में सहायता प्राप्त हो सके।

बैठक में डॉ. अजय सचान (डिप्टी ड्रग कंट्रोलर), डॉ. सेल्वराजन (निदेशक एवं वैज्ञानिक अधिकारी, आईपीएस) और स्टेट ड्रग कंट्रोलर भी मौजूद रहे। इसमें कई कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपने प्रस्तावित उत्पादों की जानकारी दी।

मेसर्स कृष मेडिकोज के शरद जैन ने लोन संबंधी आवश्यकता जताई, जिस पर अवनीश अवस्थी ने प्राधिकरण को बैंक लोन दिलाने में हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए। मेसर्स एवियंस बायोमेडिकल्स द्वारा 22 करोड़ का निवेश किया जा रहा है, वहीं स्योन मेडटेक कंपनी 80,000 वर्ग फुट में अमेरिका से प्राप्त तकनीक के आधार पर 80 करोड़ की फैक्ट्री स्थापित कर रही है। उनके उत्पाद वर्तमान में 22 देशों में निर्यात किए जा रहे हैं।

अवनीश अवस्थी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी 15 अगस्त तक प्रगति रिपोर्ट तैयार की जाए। इस बैठक में सीईओ राकेश कुमार सिंह के साथ-साथ कपिल सिंह (एसीईओ), शैलेन्द्र भाटिया, शैलेन्द्र कुमार सिंह, प्रवीण मित्तल (ईडी, एमडीपी काउंसिल), राजेन्द्र भाटी (जीएम, प्रोजेक्ट्स), मेहराम सिंह, यूपीपीसीएल के मुख्य अभियंता, स्मिता सिंह (एजीएम) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

Point of View

यह परियोजना न केवल उत्तर प्रदेश के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह स्वास्थ्य उपकरणों के उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ-साथ विदेशी निवेश को आकर्षित करने में भी मददगार साबित होगी।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

मेडिकल डिवाइसेज पार्क का उद्देश्य क्या है?
यह पार्क मेडिकल उपकरणों के उत्पादन और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है।
किस क्षेत्र में यह पार्क स्थित है?
यह पार्क ग्रेटर नोएडा के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में स्थित है।
इस परियोजना में कितने भूखंड आवंटित किए गए हैं?
अब तक 89 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है।
क्या निर्माण कार्य शुरू हो चुका है?
हाँ, 7 कंपनियों ने निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया है।
इस पार्क का विकास कब तक पूरा होगा?
अनुमानित समय सीमा 15 अगस्त तक प्रगति रिपोर्ट तैयार करने की है।