क्या दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को याद किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- शीला दीक्षित का योगदान दिल्ली के विकास में महत्वपूर्ण है।
- उन्होंने 15 साल तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
- उनकी नीतियों ने नागरिकों के कल्याण को प्राथमिकता दी।
- उनके नेतृत्व में दिल्ली ने कई ऊंचाइयों को छुआ।
- उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें याद करना हमारे लिए एक श्रद्धांजलि है।
नई दिल्ली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की छठी पुण्यतिथि के अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें याद किया। दोनों ने एक्स पर पोस्ट के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
सीएम रेखा गुप्ता ने एक्स पर लिखा, "दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।"
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शीला दीक्षित के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व ने दिल्ली को पूरी तरह से बदल दिया। उनकी प्रगतिशील नीतियों और नागरिकों के कल्याण के प्रति समर्पण ने समावेशी विकास की एक अमिट छाप छोड़ी।
खड़गे ने एक्स पर लिखा, "शीला दीक्षित की पुण्यतिथि पर हम उन्हें हृदय से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनके विजन और कार्यों ने दिल्ली को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।"
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की पुण्यतिथि पर सादर नमन। विकास के प्रति शीला दीक्षित की प्रतिबद्धता और जनसेवा के लिए उनका समर्पण हम सभी को सदैव प्रेरित करता रहेगा।"
कपूरथला में जन्मीं दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की 20 जुलाई 2025 (रविवार) को छठी पुण्यतिथि है। शीला दीक्षित ने 15 साल तक (1998 से 2013) मुख्यमंत्री के रूप में सेवा की। जीत की हैट्रिक लगाई।
शीला ने 1984 में उत्तर प्रदेश के कन्नौज से लोकसभा सांसद के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी और 1984-1989 तक संयुक्त राष्ट्र महिला आयोग में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वे राजीव गांधी के मंत्रिमंडल में संसदीय कार्य और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री रहीं।
शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को कपूरथला (जो उस समय ब्रिटिश भारत का हिस्सा था) में हुआ था। अब यह पंजाब का हिस्सा है। उन्होंने शुरुआती शिक्षा दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से की थी और ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस से किया था।
शीला दीक्षित की शादी विनोद दीक्षित से हुई थी, जो आईएएस अधिकारी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमाशंकर दीक्षित के बेटे थे। दोनों का एक बेटा और एक बेटी है। उनके बेटे संदीप दीक्षित दिल्ली के पूर्व सांसद हैं।