क्या दिल्ली पुलिस ने मुखर्जी नगर से 3 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने मुखर्जी नगर में 3 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया।
- ये नागरिक बिना वैध दस्तावेज के भारत में रह रहे थे।
- पुलिस ने अवैध गतिविधियों में संलिप्तता के आरोपों पर कार्रवाई की।
- गिरफ्तारी के दौरान 3 पहचान पत्र और 3 स्मार्टफोन बरामद हुए।
- दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने की दिशा में कदम उठाए।
नई दिल्ली, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की उत्तर-पश्चिम जिला इकाई ने मुखर्जी नगर क्षेत्र में अवैध रूप से निवास कर रहे 3 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। यह विशेष कार्रवाई 14-15 जुलाई की मध्यरात्रि को एक गुप्त ऑपरेशन के तहत संपन्न हुई। पुलिस ने इनसे 3 पहचान पत्र और 3 स्मार्टफोन बरामद किए, जिनमें एक प्रतिबंधित ऐप 'आईएमओ' इंस्टॉल था।
लगभग 10 दिनों की निरंतर निगरानी और खुफिया जानकारी के बाद, पुलिस ने इन तीनों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। जांच के दौरान सामने आया कि ये बांग्लादेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेज के भारत में रह रहे थे। पूछताछ में इन्होंने बताया कि वे कबाड़ बीनने और छोटी-मोटी चोरी की घटनाओं में संलग्न थे। इनके मोबाइल फोन की जांच से बांग्लादेश में उनके परिवार और विवरण की पुष्टि हुई है।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में बांग्लादेश के जैसोर से मोहम्मद अकरम हुसैन (43 वर्ष), मदारीपुर से खोकन मोल्ला उर्फ खोकन (44 वर्ष), और पीरोजपुर से मोहम्मद लाल मिया हवलदार (32 वर्ष) शामिल हैं। उनके पास से बरामद सामग्री में तीन पहचान पत्र और तीन स्मार्टफोन शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस ने इनके निर्वासन (डिपोर्टेशन) की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो विदेश क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के सहयोग से पूरी की जाएगी। उप पुलिस आयुक्त भीष्म सिंह ने कहा कि दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। अवैध रूप से रह रहे विदेशियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
पुलिस को सूचना मिली थी कि मुखर्जी नगर में कुछ संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक रात के समय आपराधिक गतिविधियों में संलग्न हैं। इसके आधार पर विदेश प्रकोष्ठ, उत्तर-पश्चिम जिला ने एक विशेष टीम गठित की।
इस टीम में सब-इंस्पेक्टर श्यामबीर, सापन, सहायक सब-इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह, विजय, हेड कांस्टेबल विक्रम, कपिल कुमार, टीका राम, प्रवीण, विकास यादव, महिला हेड कांस्टेबल सीमा, दीपक, कांस्टेबल निश्चंत मट्टू, हवा सिंह, और दीपक बंगर शामिल थे। ऑपरेशन की निगरानी इंस्पेक्टर विपिन कुमार और सहायक पुलिस आयुक्त राजीव कुमार ने की।