क्या गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर दिल्ली में आज सार्वजनिक अवकाश है?

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क्या गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर दिल्ली में आज सार्वजनिक अवकाश है?

सारांश

गुरु तेग बहादुर की ३५०वीं शहादत पर दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है, जिससे श्रद्धांजलि कार्यक्रमों में भागीदारी बढ़ेगी। जानिए इस ऐतिहासिक अवसर पर क्या खास होगा।

Key Takeaways

  • गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत का दिन महत्वपूर्ण है।
  • दिल्ली में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।
  • लाल किले में विशेष कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।
  • गुरु साहिब के बलिदान को श्रद्धांजलि दी जा रही है।
  • उत्तर प्रदेश में भी पब्लिक हॉलिडे की घोषणा की गई है।

नई दिल्ली, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली सरकार ने नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर की ३५०वीं शहादत पर्व की स्मृति में मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। गुरु के अद्वितीय बलिदान को आस्था और सम्मान की रक्षा के लिए पूरे देश में श्रद्धा के साथ याद किया जा रहा है।

पहले २५ नवंबर को आंशिक अवकाश था, लेकिन अब इसे पूरी तरह से पब्लिक हॉलिडे घोषित किया गया है, ताकि लोग कार्यक्रमों में भाग ले सकें और गुरु तेग बहादुर की विरासत को श्रद्धांजलि दे सकें।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को लाल किले के पास शुरू हुए तीन दिवसीय ‘गुरमत समागम’ से पहले इस निर्णय की घोषणा की।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, “गुरु साहिब का हिम्मत, दया और आस्था की आजादी का हमेशा रहने वाला संदेश हमारी आगे की सामूहिक यात्रा में हमें रास्ता दिखाता रहे और प्रेरित करता रहे।” वह स्वयं इस बड़े कार्यक्रम की तैयारियों की देखरेख कर रही हैं और हाल ही में उन्होंने लाल किले में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सुरक्षा, ट्रैफिक रेगुलेशन, लाइटिंग, भीड़ प्रबंधन, साफ-सफाई, पीने के पानी और आपातकालीन सेवाओं से संबंधित इंतजामों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी तैयारियां बेहतरीन ढंग से की जाएं, ताकि कार्यक्रम के दौरान भक्तों को कोई कठिनाई न हो। निरीक्षण के दौरान मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और कपिल मिश्रा सहित कई प्रमुख लोग भी उपस्थित थे।

लाल किला गुरु तेग बहादुर के सबसे बड़े बलिदान से ऐतिहासिक रूप से जुड़ा हुआ है। यहां २३ से २५ नवंबर तक तीन दिन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में गुरु से जुड़ी दुर्लभ ऐतिहासिक जानकारी प्रदर्शित करने वाला एक बड़ा म्यूज़ियम, प्राचीर पर विशेष लाइट-एंड-साउंड शो और सात संगत समूहों की ओर से सत्संग-कीर्तन सेशन्स शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने दिल्ली और उसके बाहर के लोगों से इस कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश में, राज्य सरकार ने भी आज गुरु तेग बहादुर के ३५०वें शहीदी दिवस के अवसर पर पब्लिक हॉलिडे की घोषणा की है। गुरु की विरासत के सम्मान में राज्य भर के सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।

Point of View

बल्कि समस्त भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह हमें याद दिलाता है कि आस्था और सम्मान की रक्षा के लिए बलिदान का महत्व कितना बड़ा है।
NationPress
25/11/2025

Frequently Asked Questions

गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस कब मनाया जाता है?
गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस हर साल २५ नवंबर को मनाया जाता है।
दिल्ली सरकार ने इस दिन को सार्वजनिक अवकाश क्यों घोषित किया?
दिल्ली सरकार ने गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत की स्मृति में इस दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है ताकि लोग श्रद्धांजलि कार्यक्रमों में भाग ले सकें।
लाल किले में क्या खास कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है?
लाल किले में तीन दिन तक गुरु से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारी प्रदर्शित करने वाला म्यूज़ियम, लाइट-एंड-साउंड शो और सत्संग-कीर्तन सेशन्स का आयोजन किया जा रहा है।
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