क्या ईसीआई ने एनसीपी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में बृजमोहन श्रीवास्तव के सुझावों पर चर्चा की?

सारांश
Key Takeaways
- ईसीआई ने 4,719 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की हैं।
- बैठक में एनसीपी प्रतिनिधिमंडल ने सुझाव प्रस्तुत किए।
- यह पहल चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- राजनीतिक दलों के साथ संवाद स्थापित करना आवश्यक है।
- ईसीआई ने विभिन्न राजनीतिक दलों की चिंताओं को सुनने का प्रयास किया है।
नई दिल्ली, १२ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) का विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ बैठकों का क्रम जारी है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी ने मंगलवार को नई दिल्ली के निर्वाचन सदन में नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की।
ईसीआई ने इस बैठक की जानकारी देते हुए एक बयान में कहा कि एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव और अधिकृत प्रतिनिधि बृजमोहन श्रीवास्तव के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के समक्ष अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को अपनी चिंताओं और सुझावों को सीधे चुनाव आयोग के सामने रखने का अवसर प्रदान करना है। यह पहल आयोग के उस लक्ष्य का हिस्सा है, जो सभी हितधारकों के सहयोग से मौजूदा कानूनी ढांचे के तहत चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी व प्रभावी बनाने की दिशा में कार्य करता है।
ईसीआई ने मंगलवार को एक बयान में कहा, "पिछले १५० दिनों में आयोग ने विभिन्न राजनीतिक दलों के २८,००० से अधिक प्रतिनिधियों के साथ कुल ४,७१९ सर्वदलीय बैठकें आयोजित की हैं। इनमें मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) द्वारा ४० बैठकें, जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) द्वारा ८०० बैठकें और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) द्वारा ३,८७९ बैठकें शामिल हैं।"
निर्वाचन आयोग ने कहा, "आयोग ने पहले ही कई मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है, जिनमें बसपा की अध्यक्ष कुमारी मायावती के नेतृत्व में ६ मई २०२५ को, भाजपा के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में ८ मई २०२५ को, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव एम.ए. बेबी के साथ १० मई २०२५ को, नेशनल पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष कॉनराड संगमा के साथ १३ मई २०२५ को, और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में १५ मई २०२५ को हुई मुलाकात शामिल है।"
ईसीआई ने बताया कि विभिन्न राज्य मान्यता प्राप्त दलों के साथ भी बैठकें की गई हैं। उन्होंने कहा, "ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) की अधिकृत प्रतिनिधि चंद्रिमा भट्टाचार्य के साथ १ जुलाई २०२५ को, युवजना श्रमिका रायथू कांग्रेस पार्टी के वाई.वी. सुब्बा रेड्डी के नेतृत्व में ३ जुलाई को, समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव के नेतृत्व में ३ जुलाई को, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व में ७ जुलाई को, तेलुगु देशम पार्टी के राज्य अध्यक्ष पल्ला श्रीनिवास राव के नेतृत्व में १५ जुलाई को, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के एन.आर. इलांगो के नेतृत्व में १७ जुलाई को, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी लिबरेशन) के प्रतिनिधि संजय शर्मा के नेतृत्व में २२ जुलाई को, तिप्रा मोथा पार्टी के महासचिव बृषकेतु देबबर्मा के नेतृत्व में २३ जुलाई को, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के प्रतिनिधि शनमुगम के नेतृत्व में २४ जुलाई को, शिवसेना नेता उदय सामंत के नेतृत्व में २९ जुलाई को और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रतिनिधि अफाक अहमद खान के नेतृत्व में ३१ जुलाई २०२५ को मुलाकात की थी।"
उन्होंने कहा, "इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के प्रेम कुमार रियांग के साथ १ अगस्त को, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के केटी रामा राव के साथ ५ अगस्त और लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के एके बाजपेयी के साथ ७ अगस्त २०२५ को बैठकें की गई हैं।"