क्या दबाव में भी इंग्लैंड की टीम ने मैच पलटने का विश्वास रखा? : स्टोक्स

सारांश
Key Takeaways
- बेन डकेट और जैक क्रॉली की साझेदारी ने जीत की नींव रखी।
- इंग्लैंड ने 371 रन का लक्ष्य हासिल किया।
- दबाव में भी टीम ने आत्मविश्वास बनाए रखा।
- बुमराह की गेंदबाजी को पार करना चुनौतीपूर्ण था।
- टीम का सामूहिक जज्बा महत्वपूर्ण रहा।
लीड्स, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने लीड्स टेस्ट के अंतिम दिन बेन डकेट और जैक क्रॉली की 188 रन की साझेदारी की प्रशंसा की। पहले टेस्ट में उनकी टीम ने हेडिंग्ले में 371 रन का पीछा करते हुए इतिहास रचा।
तीन साल पहले इंग्लैंड में इन दोनों टीमों की पिछली भिड़ंत 378 रन के रिकॉर्ड चेज के साथ समाप्त हुई थी (एजबस्टन, 2022)। इस बार का मुकाबला मैच के अंतिम घंटे में समाप्त हुआ।
हालाँकि इंग्लैंड की असली मेहनत पहले दो सत्रों में हुई, जिसमें डकेट ने पहले 62 और फिर दूसरी पारी में 170 गेंदों पर 149 रन बनाकर “प्लेयर ऑफ द मैच” का पुरस्कार जीता। उनकी यह पारी इंग्लैंड की चेज के शुरुआती 55 ओवरों तक चलती रही।
स्टोक्स ने पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में कहा, “यह अविश्वसनीय था। चौथी पारी का दबाव आप तब तक नहीं समझ सकते जब तक आप इसमें शामिल न हों। इंग्लैंड में ओपनिंग करना मुश्किल है। इसलिए जैक और डकी की शुरुआत शानदार रही।”
“दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह संतुलित करते हैं। डकी ने बड़ा स्कोर किया जो जीत में अहम रहा। जैक का शांत रहना और स्थिति को समझना महत्वपूर्ण था।”
हालांकि इंग्लैंड की टीम आक्रामक बैटिंग के लिए जानी जाती है, लेकिन डकेट और क्रॉली ने संयम से शुरुआत की। बुमराह जैसे खतरनाक गेंदबाज के खिलाफ उन्होंने सुबह के सत्र में संयम दिखाया। जैसे ही प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर आए, डकेट ने रफ्तार बढ़ाई और 66 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया।
डकेट ने प्रेजेंटेशन में कहा, “हमें बिना विकेट गंवाए खेलना जरूरी था। सुबह यह स्पष्ट था कि अगर हम अपनी सामान्य रफ्तार से खेलते हैं, तो लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।”
बुमराह के बारे में डकेट ने कहा, “वो विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं। पहली पारी में उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। इसलिए दूसरी पारी में उन्हें बेअसर करना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था।”
हालांकि टेस्ट का अंत इंग्लैंड ने तेजी से किया, डकेट ने स्वीकार किया कि मैच के कई हिस्सों में वे “पूरी तरह दबाव में थे।” बुमराह की शानदार गेंदबाजी और भारत की पांच शतकीय पारियों ने इंग्लैंड को पीछे धकेल दिया था।
स्टोक्स ने अपनी टीम के जज्बे की विशेष रूप से तारीफ की और जॉश टंग के दोनों पारियों में योगदान को सराहा।
स्टोक्स ने कहा, “इस टेस्ट मैच को जीतने में कई लोगों का योगदान रहा, लेकिन सबसे जरूरी थी टीम की सोच। हम इस मैच में दो बार लंबे समय तक फील्ड पर थे, लेकिन हर सेशन में हमारा रवैया यही था कि हम किसी भी समय गेम को पलट सकते हैं।”