क्या ओलंपिक पदक विजेता गगन नारंग एनआरएआई अध्यक्ष पद की रेस में आगे बढ़ेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- गगन नारंग एनआरएआई अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
- उनका मुकाबला मौजूदा अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव से है।
- गगन नारंग की ओलंपिक में पदक जीतने की उपलब्धि है।
- एनआरएआई की नई टीम का चुनाव 4 दिसंबर को होगा।
- गगन नारंग ने उपाध्यक्ष पद के लिए भी दावेदारी पेश की है।
नई दिल्ली, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गगन नारंग, जो कि भारतीय निशानेबाजी के प्रमुख चेहरों में से एक हैं, नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मैदान में उतरेंगे। उनका मुकाबला मौजूदा अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव से होगा।
इसी चुनाव में मशहूर उद्योगपति नवीन जिंदल भी शामिल होने वाले थे, लेकिन पिछले सप्ताह उन्होंने इस दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया। इससे नारंग की उम्मीदवारी को मजबूती मिली है। उनकी नामांकन प्रक्रिया को इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अजय पटेल द्वारा औपचारिक रूप से आगे बढ़ाया गया।
इसके साथ ही, नारंग ने उपाध्यक्ष पद के लिए भी अपनी दावेदारी पेश की है। वह मौजूदा सेक्रेटरी जनरल कुंवर सुल्तान सिंह समेत छह अन्य उम्मीदवारों के बीच मुकाबला करेंगे।
उनके लंबे समय के साथी पवन कुमार सिंह अगले सेक्रेटरी जनरल बनने की दौड़ में हैं और इस पद के लिए वह अकेले उम्मीदवार हैं, इसलिए उनका निर्विरोध चुना जाना तय है। ट्रेजरर पद के लिए अशोक मित्तल और मेघशाम श्रीपद भंगले के बीच मुकाबला होगा।
एनआरएआई की नई टीम 2025–2029 के लिए 4 दिसंबर को पंजाब में होने वाली जनरल बॉडी बैठक में चुनी जाएगी। बैठक में एक 25 सदस्यीय गवर्निंग बोर्ड का चुनाव भी किया जाएगा।
हाल ही में गगन नारंग ने ग्लासगो 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स के किंग्स बैटन के अनावरण समारोह में भाग लिया। केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने मंगलवार को डीएलएफ एवेन्यू, साकेत में किंग्स बैटन का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में इंग्लैंड के हाई कमिश्नर लिंडी कैमरन और कॉमनवेल्थ गेम्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की प्रेसिडेंट पी.टी. उषा भी उपस्थित थीं।
इस कार्यक्रम में कई ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेता जैसे योगेश्वर दत्त, अचंता शरत कमल और गगन नारंग भी शामिल थे।
गगन नारंग देश के सबसे प्रमुख और सफल निशानेबाजों में से एक हैं। उन्होंने 2012 में लंदन ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।