क्या गुलाम नबी का कहना है कि ट्रंप का अध्याय अब समाप्त हो गया?

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क्या गुलाम नबी का कहना है कि ट्रंप का अध्याय अब समाप्त हो गया?

सारांश

गुलाम नबी आजाद ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में ट्रंप की भूमिका पर विपक्षी सवालों का जवाब दिया। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि इस मामले में किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया। जानिए इस महत्वपूर्ण चर्चा में क्या कहा गया।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' में किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया।
  • गुलाम नबी आजाद ने ट्रंप के दावों को खारिज किया।
  • अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का उल्लेख किया गया।
  • आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई जरूरी, लेकिन मानवाधिकारों का ध्यान रखना जरूरी है।
  • फेक एनकाउंटर की आलोचना की गई।

नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डीपीएपी (डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका को लेकर उठ रहे विपक्षी सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्पष्ट उत्तर के बाद अब ट्रंप का अध्याय समाप्त हो गया।

वास्तव में, 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा भारत के डीजीएमओ से बातचीत के बाद ऑपरेशन को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। लेकिन, इससे पहले ट्रंप ने सोशल मीडिया पर भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा की, और मध्यस्थता की बात की। इसके बाद, कई मौकों पर ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर में अपनी मध्यस्थता का जिक्र किया। जिसके परिणामस्वरूप विपक्षी दल लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा से सवाल पूछ रहे थे कि किसी अन्य देश की मध्यस्थता से सीजफायर की घोषणा क्यों हुई।

विपक्षी दल के सदस्य इस मुद्दे पर पीएम मोदी से स्पष्टीकरण मांग रहे थे, जबकि केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और सेना के प्रमुखों ने कई बार स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की मांग पर भारत ने सीजफायर का निर्णय लिया। विपक्ष फिर भी इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं था। इसके बाद, पीएम मोदी ने संसद में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान स्पष्ट किया कि इस सीजफायर के निर्णय में किसी देश ने मध्यस्थता नहीं की।

इसी विषय पर गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप अक्सर बोलते हैं, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में स्पष्ट रूप से बताया कि विश्व के किसी भी नेता ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में हस्तक्षेप नहीं किया। साथ ही उन्होंने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का भी उल्लेख किया, इसलिए अब यह अध्याय बंद हो गया।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई आवश्यक है, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में मैंने यह सुनिश्चित किया कि मानवाधिकारों का उल्लंघन न हो। सुरक्षा बलों के जितने भी ऑपरेशन हुए हैं, हमने हमेशा उनका समर्थन किया है, लेकिन फेक एनकाउंटर नहीं होने चाहिए।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि दुनिया के किसी भी नेता ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को नहीं रुकवाया। उन्होंने बताया कि 9 तारीख की रात को अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने मुझसे बात करने की कोशिश की। वह एक घंटे तक प्रयास करते रहे, लेकिन मेरी सेना के साथ बैठक चल रही थी, इसलिए मैं फोन नहीं उठा पाया। बाद में मैंने उन्हें कॉल बैक किया। फिर उपराष्ट्रपति ने बताया कि पाकिस्तान एक बड़ा हमला करने वाला है। इस पर मैंने कहा, अगर पाकिस्तान का यह इरादा है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा। अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो हम बड़ा हमला कर जवाब देंगे। मैंने कहा, 'हम गोली का जवाब गोले से देंगे'।

Point of View

यह कहना उचित है कि इस मुद्दे पर भारत की विदेश नीति और सुरक्षा दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, हमें हर परिस्थिति में अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करनी चाहिए।
NationPress
01/08/2025

Frequently Asked Questions

ट्रंप का भारत-पाकिस्तान के सीजफायर में क्या रोल था?
ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा की, लेकिन पीएम मोदी ने कहा कि इसमें किसी की मध्यस्थता नहीं थी।
गुलाम नबी आजाद ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि ट्रंप का अध्याय अब समाप्त हो गया है, क्योंकि पीएम ने स्पष्ट किया है कि हस्तक्षेप नहीं हुआ।