क्या जीएसटी रिफॉर्म का व्यापारियों ने स्वागत किया है, इससे उद्योगों को होगा लाभ?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी में सुधार व्यापारियों के लिए सहायक साबित होगा।
- टैक्स की दरों में कमी से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
- स्वदेशी सामान को बढ़ावा मिलेगा।
- जीएसटी सुधार देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।
- बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
नई दिल्ली, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की घोषणा की है, जिसे देशभर के व्यापारियों ने गर्मजोशी से स्वीकार किया है।
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा ने कहा कि जीएसटी में सुधार एक सकारात्मक कदम है, जो व्यापारियों के लिए अत्यधिक सहायक साबित होगा। वर्तमान में, टैक्स की दरें 5 प्रतिशत से लेकर 28 प्रतिशत तक हैं, जो व्यापारियों के लिए चुनौतीपूर्ण बनती हैं। इसीलिए जीएसटी रिफॉर्म की मांग लंबे समय से उठाई जा रही थी और हम प्रधानमंत्री मोदी के इस निर्णय का स्वागत करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से दिए अपने भाषण में जीएसटी में बड़े बदलावों का संकेत दिया। उन्होंने कहा, "इस दिवाली, मैं आपके लिए दोहरी दिवाली मनाने जा रहा हूं। आपको आम घरेलू वस्तुओं पर जीएसटी में भारी कटौती का तोहफा मिलने वाला है।"
उन्होंने जीएसटी की दरों की समीक्षा की आवश्यकता पर जोर देते हुए इसे समय की मांग बताया और घोषणा की कि "जीएसटी दरों में भारी कमी की जाएगी। आम लोगों के लिए कर कम किया जाएगा।"
प्रधानमंत्री के स्वदेशी सामान खरीदने की अपील पर, पम्मा ने कहा कि जीएसटी की दरों में कटौती से घरेलू व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और हम विदेशी सामान से बेहतर प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे।
अमेरिकी टैरिफ पर उन्होंने कहा कि हमारे देश में एक बड़ा बाजार है। हमें किसी अन्य देश में सामान बेचने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यहाँ के बाजारों के लिए कुछ सुधारों की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब देश में जीएसटी लागू हुए आठ साल पूरे हो चुके हैं। यह आजादी के बाद भारत के सबसे महत्वपूर्ण कर सुधारों में से एक बन गया है। 2017 में इसकी शुरुआत के बाद से, जीएसटी ने देश के अप्रत्यक्ष कर ढांचे को एकीकृत किया है और खास तौर पर छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए व्यापार में आसानी को काफी बढ़ाया है।