क्या बच्चों की गलती बड़ों की भूमिका पर सवाल खड़े करती है? : हरभजन सिंह

सारांश
Key Takeaways
- बच्चों की जिम्मेदारी उनके परिवारों पर भी निर्भर करती है।
- प्यार और सिखाने की प्रक्रिया से बच्चों का विकास होता है।
- खेल के क्षेत्र में दिग्गजों का योगदान आवश्यक है।
- नफरत से कुछ भी हासिल नहीं होता।
- सकारात्मकता फैलाने से समाज में सुधार संभव है।
जालंधर, १६ जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-७ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा में हैं। इस दौरान, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से फैल रहा है, जिसमें कुछ बच्चे प्रधानमंत्री की तस्वीर के साथ अभद्रता कर रहे हैं। क्रिकेटर हरभजन सिंह ने इस कृत्य को बच्चों से अधिक उनके अभिभावकों का दोष बताया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में, प्रधानमंत्री की तस्वीर एक गाड़ी पर लगी हुई है। कुछ बच्चे पीएम की तस्वीर के साथ अभद्रता कर रहे हैं। इसे खालिस्तान समर्थकों द्वारा पीएम के विरोध में आयोजित प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।
'आप' नेता हरभजन सिंह ने इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि बच्चों को शायद यह नहीं पता कि वे क्या कर रहे हैं। उनसे अधिक उनके बड़ों और परिवार वालों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे उन्हें क्या बता या सिखा रहे हैं। बच्चे बीज की तरह होते हैं, जिन्हें अच्छी तरह से सिंचाई की जानी चाहिए।
हरभजन सिंह ने कहा कि हर क्षेत्र में अच्छे लोग होते हैं और कुछ शरारती भी। उनका काम ही शरारत करना होता है। मुझे लगता है कि दुनिया को एक अच्छी जगह तब बनाया जा सकता है जब हम प्यार फैलाएंगे। नफरत और दुश्मनी से कुछ भी हासिल नहीं होगा।
पंजाब में खेल की स्थिति को बेहतर बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी के लिए एक अच्छा कोच और मेंटर होना आवश्यक है। हमें अलग-अलग खेलों के दिग्गजों को वापस लाना चाहिए। अगर वे बच्चों को सिखाएंगे, तो यह फायदेमंद होगा। मैं उन दिग्गजों से अपील करता हूँ कि वे आगे आएं और युवाओं को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी लें। तभी यह मुहिम सफल होगी।
हरभजन सिंह पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं।