क्या उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सांसद निशिकांत दुबे को ‘विष पुरुष’ कहा?

सारांश
Key Takeaways
- हरीश रावत का बयान भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ है।
- भाषा विवाद में संयम की आवश्यकता है।
- राजनीतिक बयानों का समाज पर प्रभाव पड़ता है।
हरिद्वार, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में चल रहे हिंदी और मराठी भाषा विवाद के बीच, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर करारा हमला किया है। उन्होंने सांसद की तुलना विष पुरुष से की है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, जो महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों के खिलाफ हो रहे हमलों पर मुखर हैं, ठाकरे बंधुओं को चेतावनी दे रहे हैं कि अगर उनके पास हिम्मत है, तो महाराष्ट्र में उर्दू भाषियों को मारकर दिखाएं। दुबे ने सोशल मीडिया के माध्यम से कई बार ठाकरे बंधुओं को निशाना बनाया है। इस पर हरीश रावत ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा विवाद को बढ़ावा देने के लिए निशिकांत दुबे को आगे करती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "निशिकांत दुबे, आप अपने बयानों से क्या साबित करना चाहते हैं? जो बयान आप ठाकरे बंधुओं के खिलाफ दे रहे हैं, उससे केवल समस्याएं बढ़ेंगी। अगर आप संयम से नहीं काम करेंगे तो चीजें बिगड़ जाएंगी।"
उन्होंने निशिकांत दुबे को सलाह देते हुए कहा कि आप सत्ता के वरिष्ठ सांसद हैं। आपके द्वारा दी गई धमकी और भाषा उचित नहीं है। क्या आपके बयान से विवाद उत्पन्न नहीं होगा? उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो कुछ हो रहा है, वह भाजपा की जिम्मेदारी है। पहले हिंदी को अनिवार्य किया जाता है और फिर इसे समाप्त किया जाता है। ठाकरे बंधुओं ने विजय दिवस के रूप में जश्न मनाया था, जिस पर निशिकांत दुबे की प्रतिक्रिया भी अनुचित थी। आप सीधे धमकी दे रहे हैं कि लखनऊ और पटना आकर दिखाएं। इसलिए, मैं उन्हें भाजपा का विष पुरुष कहता हूं। जहां समस्याएं खड़ी करनी होती हैं, उन्हें आगे लाया जाता है।