क्या 'आई लव मोहम्मद' विवाद राजनीतिक पार्टियों का षड्यंत्र है?: बाबा बालक नाथ

सारांश
Key Takeaways
- राजनीतिक षड्यंत्र: 'आई लव मोहम्मद' विवाद को एक राजनीतिक चाल माना जा रहा है।
- सरकार की स्थिति: प्रदेश सरकार इस तरह के मामलों से निपटने में सक्षम है।
- विरोधी दलों की भूमिका: विरोधी दल देश में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
- कानून का पालन: कानून के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
- समाज की एकता: ऐसे मुद्दों का सामना एकजुट होकर करना चाहिए।
जोधपुर, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में 'आई लव मोहम्मद' के पोस्टर-बैनर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस विषय पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक बाबा बालक नाथ ने अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत की। उन्होंने इसे विरोधी दलों का षड्यंत्र बताया।
बाबा बालक नाथ ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि देश में सही माहौल बना हुआ है। 'आई लव मोहम्मद' विवाद राजनीतिक पार्टियों द्वारा रचा गया एक षड्यंत्र है। प्रदेश सरकार इस तरह की स्थितियों का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है।
उन्होंने कहा, "विरोधी दल देश की एकता को नष्ट करने और अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार ऐसे लोगों को उनकी भाषा में समझाने में सक्षम है। ये तत्व देश की प्रगति में अवरोध पैदा कर रहे हैं, लेकिन देश आगे बढ़ चुका है। जनता पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ है।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मिली धमकी के बारे में सवाल पूछने पर बाबा बालक नाथ ने कहा कि कई लोग सुर्खियों में आने के लिए ऐसी कॉल करते हैं।
लेह-लद्दाख में हुए घटनाक्रम के बाद सोनम वांगचुक को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद कई नेता उनके समर्थन में आए हैं। इस पर भाजपा के विधायक ने कहा कि देश में सबसे बड़ा कानून है। सभी को कानून के दायरे में रहना चाहिए। जो ऐसा नहीं करते, उन्हें गिरफ्तार किया जाता है। वांगचुक की गिरफ्तारी कानून के उल्लंघन के कारण हुई है।
विदेशी फंडिंग के विषय पर उन्होंने कहा कि देश में कई अपराधी पकड़े जाते हैं और उन्हें जेल में डाला जाता है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो दिखते तो देशभक्त हैं लेकिन विदेशी ताकतों से फंडिंग लेकर देश में गलत काम करते हैं।
भाजपा विधायक बाबा बालक नाथ ने राजस्थान सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल झूठ फैलाने में लगा है। विपक्ष चाहता है कि सरकार की योजनाएं जमीन पर न उतरें। सरकार पिछले दो वर्षों से युवाओं, किसानों और आम लोगों के लिए नई योजनाएं लेकर आई है और जनता को उनका लाभ मिल रहा है।