क्या ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्थान पर निकाला गया?

सारांश
Key Takeaways
- भारतीय दूतावास ने छात्रों को सुरक्षित स्थान पर निकाला।
- ईरान-इजरायल संघर्ष बढ़ता जा रहा है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी निकासी की अपील की।
- दूतावास ने संपर्क में रहने की सलाह दी।
- हाइफा पोर्ट पर सुविधाएं बंद कर दी गई हैं।
तेहरान, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। ईरान-इजरायल के बीच बढ़ रहे तनाव के कारण भारतीय दूतावास ने तेहरान में उपस्थित भारतीय छात्रों को शहर से बाहर निकाल लिया है। इसके साथ ही, अन्य व्यक्तियों जिनके पास निजी परिवहन है, उन्हें भी शहर छोड़ने की सलाह दी गई है।
कुछ भारतीयों को आर्मेनिया की सीमा के माध्यम से ईरान से बाहर निकलने में सहायता मिली है। दूतावास हरसंभव मदद देने के लिए अपने नागरिकों के साथ निरंतर संपर्क में है।
भारत ने ईरान में अपने नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों (पीआईओ) को क्षेत्र में बढ़ते तनाव के मद्देनजर तेहरान छोड़ने की सलाह दी है। इन्हें सुरक्षित स्थान पर जाने और दूतावास से संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
ईरान में भारतीय दूतावास ने 'एक्स' पर लिखा, "सभी भारतीय नागरिक और पीआईओ, जो अपने संसाधनों का उपयोग करके तेहरान से बाहर जा सकते हैं, उन्हें शहर से बाहर सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी जाती है। सभी भारतीय नागरिक, जो तेहरान में हैं लेकिन दूतावास से संपर्क में नहीं हैं, उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत तेहरान में भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपना स्थान और संपर्क नंबर दें। कृपया +989010144557, +989128109115, +989128109109 पर संपर्क करें।
पिछले पाँच दिनों से इजराइल-ईरान के बीच संघर्ष जारी है। दोनों देशों के बीच की शत्रुता बढ़ती जा रही है। ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइलें दागी हैं, जिससे हाइफा और उत्तरी इजरायल के कई शहरों और समुदायों में एयर रेड साइरन बजने लगे हैं। इसकी पुष्टि इजरायली सेना ने की है।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी लोगों से तेहरान खाली करने की अपील की है।
ट्रंप ने मंगलवार को 'ट्रुथ' पर लिखा, "ईरान को उस समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहिए था, जिस पर हस्ताक्षर करने के लिए मैंने उन्हें कहा था। यह कितनी शर्म की बात है। यह मानव जीवन की बर्बादी है। सीधे शब्दों में कहें तो, ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते। मैंने इसे बार-बार कहा है! सभी को तुरंत तेहरान छोड़ देना चाहिए!"
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी घोषणा की कि वह मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के लिए कनाडा में ग्रुप ऑफ 7 (G7) शिखर सम्मेलन की अपनी यात्रा को छोटा कर देंगे।
कनाडा के रॉकीज में आयोजित शिखर सम्मेलन में ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, "मुझे जल्द से जल्द वापस लौटना होगा। मुझे स्पष्ट कारणों से जल्दी वापस आना होगा।"
इस बीच, इजरायल की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी कंपनी बाजन ने घोषणा की है कि ईरानी मिसाइल हमले से हुए नुकसान के कारण हाइफा पोर्ट पर इसकी सभी सुविधाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं।