क्या आईआरईडीए बॉंड्स में निवेश पर टैक्स छूट मिलेगी?

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क्या आईआरईडीए बॉंड्स में निवेश पर टैक्स छूट मिलेगी?

सारांश

आईआरईडीए बॉंड्स में निवेश पर टैक्स छूट मिलना, सरकार की नई पहल है जो निवेशकों को आकर्षित करेगा। यह कदम रिन्यूएबल ऊर्जा क्षेत्र में फंडिंग को बढ़ावा देगा और दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर में बचत का अवसर प्रदान करेगा। जानें इस महत्वपूर्ण निर्णय के बारे में।

Key Takeaways

  • आईआरईडीए बॉंड्स पर टैक्स छूट मिलेगी।
  • 5 साल के बाद भुनाने पर टैक्स छूट का लाभ।
  • रिन्यूएबल एनर्जी परियोजनाओं के लिए निवेश।
  • 50 लाख रुपए तक की कर बचत का अवसर।
  • वित्तीय वर्ष 25 में 49% मुनाफा बढ़ा।

नई दिल्ली, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस) केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) द्वारा जारी बॉंड्स को "दीर्घकालिक निर्दिष्ट परिसंपत्तियों" के रूप में अधिसूचित किया है, जिससे अब इन बॉंड्स में निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 54ईसी के तहत टैक्स छूट मिलेगी।

इस बॉंड्स पर टैक्स छूट का लाभ 9 जुलाई, 2025 से प्रभावी होगा।

सीबीडीटी द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि पांच साल के बाद भुनाए जाने वाले और अधिसूचना की तारीख को या उसके बाद आईआरईडीए द्वारा जारी किए गए बॉंड आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 54ईसी के तहत टैक्स छूट लाभ के लिए पात्र होंगे।

आधिकारिक बयान में कहा गया कि इन बॉंड्स से प्राप्त राशि का उपयोग विशेष रूप से रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए किया जाएगा। पात्र निवेशक एक वित्तीय वर्ष में इन बॉंड्स में निवेश करके 50 लाख रुपए तक के दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (एलटीजीसी) पर कर बचा सकते हैं।

अधिसूचना का स्वागत करते हुए, आईआरईडीए के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा, "हम इस मूल्यवान नीतिगत पहल के लिए वित्त मंत्रालय, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के प्रति अत्यंत आभारी हैं। सरकार द्वारा यह मान्यता देश में रिन्यूएबल एनर्जी फंडिंग में तेजी लाने में इरेडा की महत्वपूर्ण भूमिका को पुष्ट करती है।"

उन्होंने आगे कहा, "हमारे बॉंड्स को कर-मुक्त दर्जा मिलने से निवेशकों को निवेश का एक आकर्षक अवसर प्राप्त होगा, साथ ही हरित ऊर्जा परियोजनाओं के लिए पूंजी की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे 2030 तक भारत के 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता लक्ष्य में योगदान मिलेगा।"

इस कदम से टैक्स-सेविंग विकल्पों की तलाश करने वाले निवेशकों की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित होगी और देश में रिन्यूएबल एनर्जी फंडिंग इकोसिस्टम को मजबूती मिलेगी।

वित्त वर्ष 25 की जनवरी-मार्च अवधि में आईआरईडीए का मुनाफा सालाना आधार पर 49 प्रतिशत बढ़कर 502 करोड़ रुपए हो गया है। इस दौरान कंपनी की आय 1,392 करोड़ रुपए थी।

Point of View

बल्कि देश की ऊर्जा सुरक्षा और स्थिरता में भी योगदान देगा।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

आईआरईडीए बॉंड्स में निवेश से क्या लाभ हैं?
आईआरईडीए बॉंड्स में निवेश करने से आपको दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर टैक्स छूट का लाभ मिलेगा, जिससे आपकी कर बचत हो सकती है।
क्या सभी निवेशक इन बॉंड्स में निवेश कर सकते हैं?
हाँ, सभी पात्र निवेशक इन बॉंड्स में निवेश कर सकते हैं।
टैक्स छूट कब से प्रभावी होगी?
टैक्स छूट 9 जुलाई, 2025 से प्रभावी होगी।