क्या जेवर एयरपोर्ट का जल्द होगा शुभारंभ, मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी की तैयारी पूरी?
सारांश
Key Takeaways
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन जल्द ही होने वाला है।
- यह दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों से जुड़ने के लिए बहु-माध्यमीय परिवहन व्यवस्था पर आधारित है।
- यात्री सुविधाओं में इलेक्ट्रिक बसें और ऐप-आधारित टैक्सियाँ शामिल हैं।
- एयरपोर्ट सड़क, रेल और रैपिड रेल से एकीकृत कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
- यह उत्तर भारत का एक नया एविएशन हब बनने की दिशा में अग्रसर है।
लखनऊ, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा के जेवर में स्थापित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का जल्द ही उद्घाटन होने वाला है। यह एयरपोर्ट दिल्ली-एनसीआर, आगरा, अलीगढ़, मथुरा, मेरठ और हरियाणा जैसे स्थानों से जोड़ने के लिए बहु-माध्यमीय परिवहन व्यवस्था पर काम चल रहा है।
इसका उद्देश्य यात्रियों, पर्यटकों और उद्योगों को एयरपोर्ट तक पहुँचने के लिए तेज, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल साधन प्रदान करना है। एयरपोर्ट सीधे यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ा है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (बल्लभगढ़ लिंक) के निर्माण से हरियाणा और पश्चिमी भारत से यात्रा करना और भी आसान हो गया है।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी पर तेजी से कार्य चल रहा है, जिससे गाजियाबाद, मेरठ, पलवल और सोनीपत से सीधा रास्ता उपलब्ध होगा। इसके अलावा, औद्योगिक और मालवाहक ट्रैफिक के लिए उत्तर और पूर्व एक्सेस रोड लगभग तैयार हैं, और सेक्टर-28 की 60 मीटर चौड़ी सेवा सड़क को भी यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया है, ताकि स्थानीय यातायात सुचारू बना रहे।
दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट तक रीजनल रैपिड रेल परियोजना का डीपीआर राज्य सरकार द्वारा मंजूर किया गया है। रेल मंत्रालय एयरपोर्ट को चोला-रुंधी रेल लाइन से जोड़ने की योजना बना रहा है। साथ ही, दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर में जेवर स्टेशन का प्रावधान किया गया है।
एयरपोर्ट को आसपास के शहरों और मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने के लिए यूपीएसआरटीसी के साथ समझौता किया गया है। उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के साथ भी अंतरराज्यीय बस सेवा की सहमति बन चुकी है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण मिलकर 500 इलेक्ट्रिक बसें चलाएंगे, जो यात्रियों को एयरपोर्ट तक पर्यावरण-अनुकूल यात्रा सुविधा प्रदान करेंगी।
एनआईए ब्रांडेड कैब (महिंद्रा लॉजिस्टिक्स): एयरपोर्ट पर महिंद्रा लॉजिस्टिक्स द्वारा एनआईए ब्रांडेड कैब सेवा शुरू की जाएगी। यह सेवा यात्रियों को समय पर, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करेगी।
ऐप-आधारित टैक्सियां: उबर, रैपिडो और मेक माई ट्रिप जैसी कंपनियां ऑन-डिमांड कैब सेवा प्रदान करेंगी। ओला के साथ अनुबंध भी अंतिम चरण में है। यात्री मोबाइल ऐप के माध्यम से कैब बुक कर सकेंगे, किराया देख सकेंगे और लाइव ट्रैकिंग कर पाएंगे।
कार रेंटल सेवाएं: यात्रियों को खुद चलाने वाली या ड्राइवर सहित कारें किराए पर लेने की सुविधा भी मिलेगी। कई कंपनियां इस सेवा के लिए तैयार हैं।
उत्तर भारत का नया एविएशन हब: इन सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) उत्तर भारत का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक विमानन केंद्र बनने जा रहा है। यह देश के चुनिंदा एयरपोर्ट्स में से एक होगा, जहाँ सड़क, रेल, रैपिड रेल और बस, चारों माध्यमों से एकीकृत कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी।