क्या झारखंड के गढ़वा में मानवता शर्मसार हुई? नाबालिग और नवजात की हत्या, पिता गिरफ्तार

सारांश
Key Takeaways
- घटना से नाबालिगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं।
- पिता द्वारा हत्या की घटना ने मानवता को शर्मसार किया।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार किया।
- समाज में ऐसे मामलों की रोकथाम की आवश्यकता है।
- परिवार की समस्याओं पर ध्यान देना जरूरी है।
गढ़वा, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गढ़वा जिले में एक व्यक्ति ने अपनी ही नाबालिग अविवाहित बेटी और उसके नवजात पुत्र की हत्या कर शवों को दफना दिया।
चार दिन बाद मंगलवार को पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली। इसके बाद कब्र से दोनों शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेजा गया है। आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना मेराल थाना क्षेत्र के एक गांव की है।
बताया गया कि नाबालिग लड़की का गांव के एक युवक से प्रेम संबंध था। इसी दौरान लड़की गर्भवती हो गई। इसकी जानकारी सामने आने पर लड़की के पिता ने उसके प्रेमी पर बहला-फुसलाकर शारीरिक संबंध बनाने और विवाह का झांसा देने के आरोप में मामला दर्ज कराया था। उस युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जो हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ था।
इस बीच 2 अक्टूबर को नाबालिग लड़की ने एक बच्चे को जन्म दिया। उसके प्रेमी को जब इस बात की जानकारी हुई, तो उसने अपनी प्रेमिका और बच्चे की जान को खतरे की आशंका जताते हुए पुलिस को लिखित सूचना दी। उसकी आशंका सही निकली। 3 अक्टूबर को आरोपी ने अपनी 17 वर्षीय नाबालिग बेटी और उसके एक दिन के नवजात की हत्या कर शवों को नदी किनारे दफना दिया था।
शिकायत के बाद थाना प्रभारी विष्णुकांत के नेतृत्व में पुलिस टीम गांव पहुंची और आरोपी को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया। मंगलवार को उसकी निशानदेही पर नदी किनारे गड्ढा खोदकर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव निकाले गए। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ मौके पर उमड़ पड़ी। थाना प्रभारी विष्णुकांत ने बताया कि पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।