क्या सरकार द्वेष भावना से कार्रवाई कर रही है? छात्र नेता निर्मल चौधरी की गिरफ्तारी पर जोगाराम पटेल का बयान

सारांश
Key Takeaways
- सरकार द्वेष भावना से कार्रवाई नहीं करती।
- चौधरी के खिलाफ मामला पूर्व में दर्ज किया गया था।
- जैसा कि पटेल ने कहा, न्याय प्रक्रिया का सम्मान करना चाहिए।
- ड्रेनेज सिस्टम की स्थिति पर सरकार काम कर रही है।
- विपक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं।
जोधपुर, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने छात्र नेता निर्मल चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर रविवार को विपक्ष द्वारा उठाए गए आरोपों का खंडन किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार किसी के प्रति द्वेष भावना से कोई कार्रवाई नहीं करती। चौधरी के खिलाफ मामला और जांच कांग्रेस शासनकाल में हुई थी, फिर भी कांग्रेस भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है।
पटेल ने कहा कि न्याय प्रक्रिया में सभी को विश्वास करना चाहिए। चौधरी को न्यायालय में अपना पक्ष रखने का अवसर मिलना चाहिए। कांग्रेस के पास आरोप लगाने के अलावा कुछ नहीं है। सरकार कभी भी द्वेषपूर्ण कार्रवाई नहीं करती और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेगी। चौधरी की गिरफ्तारी सामान्य कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है और इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। जब कांग्रेस खुद न्यायपालिका के प्रति विश्वास की बात करती है, तो अब न्याय प्रक्रिया पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं? उनके सभी आरोप निराधार हैं।
पटेल ने जोधपुर शहर के ड्रेनेज सिस्टम की स्थिति पर भी अपनी चिंता प्रकट की। उन्होंने स्वीकार किया कि शहर के दो इलाकों में ड्रेनेज की स्थिति संतोषजनक नहीं है। फिर भी, सरकार और प्रशासन इस दिशा में सुधार लाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा, "हम वैकल्पिक रास्ते निकाल रहे हैं। कार्य बारिश से पहले पूरा होने की योजना थी, लेकिन कुछ कारणों से देरी हुई। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जनता को किसी प्रकार का संकट न झेलना पड़े। कांग्रेस केवल आरोप लगाने में माहिर है, जबकि भाजपा सरकार विकास और जनकल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।"
जोधपुर में ड्रेनेज सिस्टम की समस्या को लेकर स्थानीय लोग लंबे समय से शिकायत कर रहे हैं। खासकर मानसून के दौरान जलभराव से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियां चर्चा में रहती हैं। पटेल ने आश्वासन दिया कि सरकार इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि प्रशासन दिन-रात काम कर रहा है ताकि बारिश से पहले व्यवस्थाएं दुरुस्त हो सकें।