क्या कर्नाटक के आरएच कैंप-3 में बंगाल के श्रमिक की मौत से हंगामा हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- आरएच कैंप-3 में बंगाली श्रमिक की मौत से हंगामा हुआ है।
- १६ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
- पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सुरक्षा बढ़ाई है।
- घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- कानून व्यवस्था में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
बेंगलुरु, ५ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के रायचूर जिले के सिंधनूर तालुका में स्थित आरएच कैंप-3 में एक बंगाली श्रमिक की मौत के कारण हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस मामले में १६ लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार, अंगत सिगदार नामक एक श्रमिक जो आरएच-3 कैंप (जहां बंगाल के श्रमिक रहते हैं) में निवास कर रहा था, एक महीने पहले काम के लिए महाराष्ट्र गया था। बताया जा रहा है कि दीपांकर नाम का व्यक्ति उसे वहां ले गया था। दुर्भाग्यवश, अंगत की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई।
महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले में 'रहस्यमयी मृत्यु' का मामला दर्ज किया है। अंगत की मृत्यु की सूचना मिलने के बाद उनके परिवार और स्थानीय निवासियों में नाराजगी फैल गई, जिसके चलते रविवार रात मृतक के परिजनों ने दीपांकर पर हमला कर दिया।
पुलिस ने इस हमले के बाद कार्रवाई की और १६ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। घटना की जानकारी मिलते ही सिंधनूर के डिप्टी एसपी बी.एस. तलवारा के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घायल दीपांकर को तत्काल उपचार के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया।
इस झगड़े के बाद आरएच कैंप-3 में स्थिति तनावपूर्ण हो गई और सुरक्षा के दृष्टिगत भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। घटना के दौरान जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन पर भी हमला किया गया, जिसमें एक एएसआई समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए।
घायल पुलिसकर्मियों में एसआई दौलत, हेड कांस्टेबल शरणप्पा, टोपन्ना और कांस्टेबल अमरेगौड़ा शामिल हैं। सभी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जब ये पुलिसकर्मी झगड़े की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे थे, तभी उन पर हमला किया गया और उनकी ड्यूटी में बाधा डाली गई। अब पुलिस हमलावरों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है।
पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।