क्या कोलकाता के फ्रेंड्स क्लब ने बिग बी के जन्मदिन पर 83 बच्चों की जिम्मेदारी ली?

सारांश
Key Takeaways
- अमिताभ बच्चन का 83वां जन्मदिन मनाया गया।
- कोलकाता के क्लब ने 83 बच्चों की जिम्मेदारी ली।
- क्लब ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया।
- फैंस ने जन्मदिन पर जश्न मनाया।
- अमिताभ बच्चन की अदाकारी का जादू बरकरार है।
कोलकाता, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी अदाकारी के माध्यम से फैंस के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया है, जो किसी अन्य बॉलीवुड एक्टर के लिए संभव नहीं है। आज उनका 83वां जन्मदिन है और उनके घर जलसा के बाहर फैंस की एक बड़ी भीड़ इकट्ठा हो गई।
सोशल मीडिया पर सभी लोग उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं, लेकिन कोलकाता के ऑल बंगाल अमिताभ बच्चन फ्रेंड्स क्लब ने इस खास मौके पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया है।
क्लब के सदस्यों ने अमिताभ बच्चन की एक बड़ी प्रतिमा की आरती की और फिर मिठाई का वितरण किया। इसके पश्चात्, उन्होंने अमिताभ के फोटो वाले केक को काटा।
क्लब के सदस्यों ने अमिताभ बच्चन को लंच भी कराया और उनकी पुरानी फिल्मों के गानों पर डांस किया। उन्होंने क्लब के बाहर बड़े-बड़े पोस्टर लगाकर लिखा, "अमिताभ बच्चन धाम।"
बिग बी के 83वें जन्मदिन के अवसर पर, क्लब ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया है और 83 बच्चों की सालभर की जिम्मेदारी लेने का संकल्प लिया है। यह एक अभिनेता के लिए इससे बड़ा तोहफा और क्या हो सकता है।
इससे पहले, शुक्रवार रात 12 बजे भी जलसा के बाहर भारी भीड़ देखी गई थी। फैंस ने रात में घर के बाहर केक काटकर उनके जन्मदिन का जश्न मनाया। कुछ फैंस को उनके आइकॉनिक किरदार शहंशाह और कुली अवतार में देखा गया। सिर्फ फैंस ही नहीं, राजनीतिज्ञों से लेकर बॉलीवुड सितारों तक ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है।
अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के बाबूपट्टी में हुआ था। उनके पिता महान हरिवंश राय बच्चन थे और मां तेजी बच्चन कला में निपुण थीं।
एक्टर बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे, इसलिए तेजी बच्चन ने उनका एडमिशन एक प्राइवेट स्कूल में कराया। उस समय स्कूल की फीस 15 रुपये महीना थी। अमिताभ बच्चन ने आगे की पढ़ाई नैनीताल के शेरवुड कॉलेज से की, जहां उनके अंदर कला और अभिनय की रुचि जागी।
उन्होंने पहले साल कॉलेज के एनुअल डे पर बेस्ट एक्टर का पुरस्कार जीता। अमिताभ ने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की और फिर कोलकाता की ओर नौकरी की तलाश में निकल पड़े। कहा जाता है कि कोलकाता से लौटकर ही उन्होंने अभिनय करने का निर्णय लिया और सीधे मुंबई की गाड़ी पकड़ी।