क्या कोरबा में प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभार्थी को मिली दो बार राशि?

सारांश
Key Takeaways
- गड़बड़ी के कारण एक ही लाभार्थी को दो बार राशि मिली।
- प्रशासन ने मामले में हस्तक्षेप किया है।
- सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलीं हैं।
- सरपंच ने प्रशासन पर लगे आरोपों को गलत बताया है।
कोरबा, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत राशि वितरण में गंभीर गड़बड़ी उजागर हुई है। जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के बांगो चर्रा पंचायत में विभागीय लापरवाही के कारण एक ही लाभार्थी के खाते में दो राशि ट्रांसफर कर दी गई।
जानकारी के अनुसार, बांगो चर्रा पंचायत में एक ही नाम के दो लाभार्थियों, इंद्रपाल, को आवास स्वीकृत हुआ था। विभागीय गलती से दोनों की राशि एक ही लाभार्थी इंद्रपाल अगरिया की पत्नी विनीता अगरिया के खाते में भेज दी गई। राशि मिलने पर विनीता ने यह समझा कि उन दोनों को योजना का लाभ मिला है और इस वजह से उन्होंने घर का निर्माण शुरू कर दिया।
दूसरी ओर, अन्य लाभार्थी इंद्रपाल कवर को असलियत तब पता चली जब बैंक और जियो-टैगिंग की जांच हुई। इसके बाद उन्होंने निजी कर्ज लेकर घर बनाना शुरू किया, लेकिन सरकारी राशि का लाभ अब तक उन्हें नहीं मिल पाया। विवाद बढ़ने पर जिला प्रशासन ने हस्तक्षेप किया और विनीता को राशि लौटाने का नोटिस जारी किया।
सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलीं कि पंचायत के सीईओ जयप्रकाश डडसेना ने विनीता पर जमीन बेचकर पैसे लौटाने का दबाव डाला, लेकिन सीईओ ने इसे सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि इंद्रपाल नाम के दो लाभार्थी थे, लेकिन विभागीय गलती के कारण एक ही घर में पति और पत्नी दोनों को राशि ट्रांसफर कर दी गई। उन्होंने यह समझा कि उनके नाम से दो आवास वितरित किए गए हैं। उन्होंने दोनों आवासों को बना लिया है।
उन्होंने आगे कहा, "इंद्रपाल नाम के एक अन्य शख्स ने भी आवास बनाना शुरू कर दिया था, जबकि उनको यह जानकारी नहीं थी कि उनके खाते में राशि ट्रांसफर की गई है। बाद में उन्हें पैसे ट्रांसफर नहीं होने की जानकारी मिली और इसके बाद हमने उन पति-पत्नी से संपर्क किया, जिनके खाते में दो लाभार्थियों की राशि ट्रांसफर की गई थी। हमने उनसे राशि लौटाने को कहा है। लाभार्थी पर राशि लौटाने के लिए किसी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया गया है। मैं मानता हूं कि विभाग की ओर से इस मामले में लापरवाही की गई है, जिसकी जांच की जा रही है।"
सरपंच सुरेंद्र कवर ने बताया कि महिला ने प्रशासन पर दबाव बनाने का जो आरोप लगाया है, वह पूरी तरह गलत है। हमारी तरफ से महिला लाभार्थी को समझाया गया है ताकि वह एक लाभार्थी की राशि को वापस दे सके।