क्या जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉक्टरों के लॉकरों के दुरुपयोग को रोकने के लिए चेकिंग अभियान चलाया?
सारांश
Key Takeaways
- कुलगाम पुलिस ने डॉक्टरों के लॉकरों की जांच की।
- पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- अनधिकृत वस्तुओं के भंडारण को रोकने की कोशिश।
- अस्पतालों के सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जा रहा है।
- नियमित निरीक्षण जारी रखने का आश्वासन।
श्रीनगर, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अब पारदर्शिता, जवाबदेही और अस्पताल के बुनियादी ढांचे के उचित उपयोग को सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
इस क्रम में कुलगाम पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारियों के सहयोग से बुधवार को जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टरों और कर्मचारियों द्वारा उपयोग किए जा रहे लॉकरों की जांच की।
यह निरीक्षण अभियान अनधिकृत वस्तुओं के भंडारण के लिए लॉकरों के किसी भी संभावित दुरुपयोग को रोकने और चिकित्सा सुविधाओं के भीतर आंतरिक सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए चलाया गया। जांच के दौरान सभी रैक और लॉकरों की गहन जांच की गई और कर्मचारियों को उचित रिकॉर्ड रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया कि लॉकरों का उपयोग केवल आधिकारिक और वैध उद्देश्यों के लिए ही किया जाए।
कुलगाम पुलिस ने दोहराया कि अस्पतालों में सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए नियमित निगरानी के तहत इस तरह के निरीक्षण जारी रहेंगे।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में पुलिस ने सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर जांच अभियान चलाया। इस दौरान फर्टिलाइजर की दुकानों, केमिकल शॉप और उन जगहों की पड़ताल की गई, जहां किसी तरह का संवेदनशील या रेगुलेटेड सामान रखा या बेचा जा सकता है।
सिर्फ यही नहीं, कुलगाम पुलिस ने कार डीलर्स, विस्फोटक मैगजीन और उन उद्योगों को भी जांच के दायरे में लिया, जो मिलाए जाने वाले या संवेदनशील कच्चे माल का उपयोग करती हैं। अधिकारियों ने दुकानदारों और मालिकों से स्टॉक रजिस्टर चेक कराए, कागजात की गहराई से जांच की और यह भी देखा कि सामान कैसे रखा जा रहा है और उसकी आवाजाही किस तरह हो रही है। उनका फोकस यही रहा कि सब कुछ सुरक्षा नियमों के अनुसार हो और कहीं कोई ढिलाई न दिखे।
असल में, फर्टिलाइजर, केमिकल्स या कुछ खास तरह के औद्योगिक कच्चे माल का गलत हाथों में जाना गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। यही वजह है कि पुलिस ने यह व्यापक जांच शुरू की है ताकि ऐसी किसी भी संभावित लापरवाही या खामी को पहले ही पकड़ा या रोका जा सके। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये चेकिंग आतंकवाद और अपराध को रोकने की बड़ी रणनीति का हिस्सा है।