क्या बेंगलुरु के गड्ढों की भरपाई तय समय में होगी? : डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार

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क्या बेंगलुरु के गड्ढों की भरपाई तय समय में होगी? : डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार

सारांश

बेंगलुरु में आयोजित एफएचआरएआई सम्मेलन में डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने गड्ढों की समस्या पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को जल्द समाधान के लिए निर्देशित किया। सम्मेलन में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पर्यटन क्षेत्र के विकास पर भी जोर दिया। क्या बेंगलुरु को जल्द मिलेगा राहत?

Key Takeaways

  • गड्ढों की भरपाई के लिए डेडलाइन तय की गई है।
  • बेंगलुरु का पर्यटन क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है।
  • 12 लाख से अधिक लोगों को पर्यटन क्षेत्र में रोजगार मिला है।
  • 500 नए होमस्टे और 50 होटल मंजूर किए गए हैं।
  • क्रूज टूरिज्म के लिए 200 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।

बेंगलुरु, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) का 55वां सम्मेलन 'टफ्यूचरस्केप 2047 - नए भारत के लिए आतिथ्य को पुनर्परिभाषित करना' बेंगलुरु में गुरुवार को आयोजित हुआ, जिसमें कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, मंत्री एचके पाटिल, एमबी पाटिल, और एफएचआरएआई अध्यक्ष शमराज भी शामिल हुए।

मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम ने कहा, 'बारिश के मौसम में गड्ढे होना सामान्य है। हमने गड्ढों को भरने की डेडलाइन तय की है और सभी विधायकों को फंड्स का उपयोग कर जल्द मरम्मत के निर्देश दिए हैं।'

जब उनसे पूछा गया कि इतनी बड़ी राशि खर्च होने के बावजूद गड्ढे क्यों बने रहते हैं, तो उन्होंने उत्तर दिया, 'यह समस्या केवल ट्वीट करने या प्रेस कॉन्फ्रेंस से नहीं हल होगी। हमने अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है और जल्द इसका समाधान निकाला जाएगा।'

एचडी कुमारस्वामी के एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवकुमार ने कहा, 'अगर वे प्रधानमंत्री के दाहिने हाथ हैं, तो बेंगलुरु के लिए 10,000 करोड़ रुपए क्यों नहीं ला पाए? उन्होंने मेकदाटू प्रोजेक्ट की मंजूरी के बारे में कहा था कि वह 5 मिनट में लाएंगे, वह कहाँ है? महादयी और अपर कृष्णा प्रोजेक्ट पर उनकी चुप्पी का क्या कारण है?'

उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षण संस्थानों के बच्चों से प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखवाना राजनीति का हिस्सा है। अगर कुमारस्वामी को राजनीति करनी है, तो 'सीधे चुनाव लड़ें।'

नारा लोकेश द्वारा आंध्र प्रदेश में कंपनियों को बुलाने पर शिवकुमार ने कहा, 'वहाँ बिजनेस नहीं है, इसलिए निमंत्रण दिया जा रहा है। पीएम ने खुद बेंगलुरु को 'ग्लोबल सिटी' कहा है। यहाँ 25 लाख इंजीनियर हैं, जबकि कैलिफोर्निया में केवल 13 लाख। यहाँ 2 लाख से अधिक विदेशी प्रोफेशनल्स काम कर रहे हैं। बेंगलुरु का टैलेंट और सिस्टम ही इसकी पहचान है।'

उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बेंगलुरु के विकास के लिए केंद्र ने एक रुपया भी नहीं दिया।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने संबोधन में कहा, 'हमारा लक्ष्य कर्नाटक को भारत का नंबर वन पर्यटन स्थल बनाना है। 2024 में घरेलू पर्यटकों की संख्या 30.46 करोड़ पहुंच गई, जो 2022 से 58 प्रतिशत अधिक है। यह दर्शाता है कि हमारा पर्यटन उद्योग कितना मजबूत हो रहा है।'

उन्होंने बताया कि पर्यटन क्षेत्र ने अब तक 12 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया है और यह क्षेत्र 25,000 करोड़ रुपए की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा, 'बेंगलुरु अब एमआईसीई टूरिज्म का केंद्र बन चुका है और भारत के 15 प्रतिशत एमआईसीई इवेंट्स यहीं होते हैं।'

उन्होंने बताया कि 500 नए होमस्टे और 50 होटल मंजूर किए गए हैं। 2024-29 की नई पर्यटन नीति के तहत 8,000 करोड़ का निवेश और 1.5 लाख नौकरियों का लक्ष्य है। प्रवासी मित्र योजना के तहत 1,000 टूरिस्ट गाइड्स को प्रशिक्षण दिया जाएगा। 50,000 युवाओं को हॉस्पिटैलिटी में प्रशिक्षित किया जाएगा। क्रूज टूरिज्म और कोस्टल डेवलपमेंट के लिए 200 करोड़ का बजट निर्धारित है।

Point of View

यह भी ध्यान देने योग्य है कि यह समस्या दशकों से चली आ रही है। अगर सही तरीके से योजनाएं बनाई जाएं, तो निश्चित रूप से बेंगलुरु के नागरिकों को बेहतर सड़कें मिल सकती हैं।
NationPress
18/09/2025

Frequently Asked Questions

बेंगलुरु में गड्ढों की समस्या का समाधान कब होगा?
डिप्टी सीएम ने कहा है कि गड्ढों को भरने की डेडलाइन तय की गई है और जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा।
क्या बेंगलुरु का पर्यटन क्षेत्र विकसित हो रहा है?
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि कर्नाटक का लक्ष्य भारत का नंबर वन पर्यटन स्थल बनाना है और यह क्षेत्र अब तेजी से विकसित हो रहा है।