क्या भाजपा ने प्रधानमंत्री की रैली में सफाई कर्मचारियों को जबरन बुलाया?

सारांश
Key Takeaways
- सरकारी कर्मचारियों को जबरन रैली में बुलाने के आरोप।
- दिल्ली की जनता की अनुपस्थिति पर चिंता।
- भाजपा पर चुनाव में धोखाधड़ी के आरोप।
- जन्माष्टमी के दिन हाजिरी के लिए बुलाया जाना।
- सफाई कर्मचारियों की शोषण की कहानी।
नई दिल्ली, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रधानमंत्री की रैली में भीड़ जुटाने के लिए भाजपा ने सरकारी कर्मचारियों को जबरन बुलाने का काम किया।
सौरभ भारद्वाज ने कहा, "प्रधानमंत्री की आज दिल्ली में एक रैली थी। इस रैली को लेकर लक्ष्य रखा गया था कि बड़ी संख्या में लोग आएंगे। लेकिन, दिल्ली की जनता इस रैली में जाने को तैयार नहीं थी। इसलिए सरकारी कर्मचारियों को डराकर धमकाकर पीएम मोदी की रैली में भेजा गया।"
उन्होंने आगे कहा, "जन्माष्टमी के अगले दिन, जब लोग पूजा-पाठ और आराम के लिए समय चाहते थे, तब भी कर्मचारियों को सुबह 7 बजे मालवीय नगर के बाबा का ढाबा पर हाजिरी के लिए बुलाया गया। सफाई कर्मचारी रात 1-2 बजे सोए, लेकिन सुबह 7 बजे उनकी अटेंडेंस ली गई और डरा-धमकाकर रैली में ले जाया गया।"
सौरभ भारद्वाज ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा, "दिल्ली में भाजपा की सरकार को छह महीने हो गए हैं, लेकिन मुझे पूछना है कि ऐसा क्या हुआ कि उनके पास रैली में ले जाने के लिए लोग नहीं बचे।"
उन्होंने कहा, "भाजपा की चार इंजन की सरकार के लिए यह शर्म की बात है कि कर्मचारियों को जबरदस्ती रैली में ले जाया जा रहा है। एमसीडी ने जन्माष्टमी की छुट्टी वाले दिन इसे आदेश दिया। यही तो भाजपा सरकार की तानाशाही है।"
सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा, "दिल्ली की जनता छह महीने पहले भी उनके साथ नहीं थी और अब भी नहीं है। भाजपा ने वोट चोरी करके चुनाव जीता है।"
उन्होंने यह भी कहा, "दिल्ली में भाजपा ने सरकार बनाते ही प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ा दी और गरीबों की झुग्गियों पर बुलडोजर चलाए।"